अमरीका में मोदी के स्वागत का इंतजार
वाशिंगटन | एजेंसी: तमाम संकेतो से साफ है कि अमरीका बड़ी बेकरारी से भारतीय प्रधानमंत्री मोदी का इंतजार कर रहा है. भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को न्यूयार्क पहुंचेंगे और इसके साथ वह अमरीका के साथ रणनीतिक साझेदारी के नए अध्याय की शुरुआत करेंगे, जिसका उल्लेख उन्होंने खुद अमरीका रवाना होने से पूर्व किया था.
मोदी संयुक्त राष्ट्र महासभा को शनिवार को संबोधित करने और मैनहट्टन स्थित मैडिसन गार्डन में भारतवंशी समुदाय के लोगों को संबोधित करने के बाद सोमवार को राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे. यह ओबामा के साथ उनकी पहली मुलाकात होगी.
न्यूयार्क टाइम्स समाचार पत्र ने अपने शीर्षक डिफाइंग एक्सपेक्टेशन इन इंडिया, मोदी बिगिन्स की ट्रिप टू यूएस’ में कहा है, “यह मोदी के लिए बड़ा पल होगा. जिस तरह वह केंद्र में आए हैं, वैसा सम्मान विश्व के किसी नेता को नहीं मिला.”
इसके मुताबिक, “उनके गृह राज्य में हुए धार्मिक दंगे के मद्देनजर लगभग एक दशक तक उन्हें अमरीकी वीजा देने से इंकार किए जाने बाद मोदी अत्यधिक लोकप्रिय नेता और महत्वपूर्ण रणनीतिक साझीदार के रूप में न्यूयार्क रवाना हुए.”
ओबामा ने मोदी को लोकसभा चुनाव में मिली शानदार जीत के बाद इस खाई को भरने की कोशिश करते हुए उन्हें वाशिंगटन आमंत्रित किया.
ओबामा के अतिथि के रूप में मोदी 190 साल पुराने राष्ट्रपति के अतिथि गृह ब्लेयर हाउस में ठहरेंगे, जो व्हाइट हाउस के दूसरे छोर पर है. वह ओबामा से 29 सितंबर को डिनर पर मिलेंगे.
वह राष्ट्रपति के अतिरिक्त उप राष्ट्रपति जो बाइडेन, विदेश मंत्री जॉन केरी, रक्षा मंत्री चुक हेगल, प्रतिनिधिसभा के अध्यक्ष जॉन बोएनर और कांग्रेस के अन्य सांसदों से मुलाकात करेंगे.
मोदी फार्च्यून 500 के कई देशों के मुख्य प्रबंध अधिकारियों से भी मिलेंगे.
मैडिसन स्क्वायर गार्डन में उनके संबोधन के दौरान 18,000 से अधिक लोगों के उमड़ने की संभावना है और हजारों लोगों के उनके भाषण को टाइम्स स्क्वायर और देशभर में लगाए जा रहे बड़े स्क्रीन पर भी देखने की संभावना है. वह सेंट्रल पार्क में आयोजित महोत्सव में भी शिरकत करेंगे, जहां पॉप गायक जे-जेड भी मौजूद रहेंगे.
इसके अतिरिक्त भारतीय प्रधानमंत्री अमरीका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन और पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन, संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की-मून, न्यूयार्क शहर के मेयर बिल डी ब्लासियो और उनके पूर्ववर्ती माइकल ब्लूमबर्ग से भी मिलेंगे.