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भाजपा के प्रदर्शन को सपा ने बताया नाटक

लखनऊ | एजेंसी: यूपी में बिगड़ती कानून व्यवस्था व बिजली कटौती के मुद्दे को लेकर राजधानी लखनऊ में भाजपा के सांसदों ने सरकार के खिलाफ हल्ला बोला. भाजपा के करीब 50 सांसद एक साथ धरने पर बैठे. बाद में उन्होंने राज्यपाल को एक ज्ञापन भी सौंपा. इधर, समाजवादी पार्टी ने भाजपा सांसदों के इस प्रदर्शन को नाटक करार दिया. प्रदेश में बिजली की भयंकर कटौती, गन्ना किसानों का भुगतान तथा खराब कानून-व्यवस्था पर सरकार को घेरने के लिए उत्तर प्रदेश से करीब 50 भाजपा सांसद लखनऊ में सुबह 11 बजे धरने पर बैठे. सांसदों ने एक स्वर में प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

सांसदों ने उत्तर प्रदेश की अखिलेश यादव सरकार को हर मोर्चे पर विफल करार देने के साथ ही मुख्यमंत्री से इस्तीफा देने की मांग की. धरना देने वालों में राज्यसभा सांसद कुसुम राय, मेरठ के सांसद राजेंद्र अग्रवाल, आगरा के राम शंकर कठेरिया, एटा के राजवीर सिंह, डा. यशवंत सिंह, कैसरगंज के बृजभूषण शरण सिंह भी मौजूद थे.

इसके अलावा डुमरियागंज के जगदंबिका पाल, फतेहपुर की साध्वी निरंजना ज्योति, फूलपुर के केशव प्रसाद मौर्य, शाहाजहांपुर की कृष्णा राज, अंजु बाला, श्रावस्ती के दद्दन मिश्रा तथा मोहनलालगंज के कौशल किशोर शामिल थे.

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डा़ लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा कि प्रदेश में चौतरफा हाहाकार मचा हुआ है. प्रदेश में सूखा व बाढ़ दोनों से किसान परेशान हैं. प्रदेश का हर आदमी इस सरकार से त्रस्त हो गया है, लेकिन यह सरकार चैन की बंशी बजा रही है.

मुजफ्फरनगर के सांसद व केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री डा. संजीव बाल्यान भी लखनऊ में थे. वे धरना स्थल पर तो नहीं पहुंचे, लेकिन राज्यपाल से मिलने वाले प्रतिनिधिमंडल में शामिल रहे.

इस बीच, सपा प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने भाजपा के इस प्रदर्शन को नाटक बताया. चौधरी ने कहा कि भाजपा प्रदेश का माहौल बिगाड़ने पर तुली हुई है. अपना काम न कर यह पार्टी जनता को धोखा दे रही है.

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