बाज़ार

एयर इंडिया करे अनावश्यक खर्चों में कटौती

नई दिल्ली: वित्तीय संकट से गुजर रही एयर इंडिया की बेहतरी के लिए गठित समिति का मानना है कि कंपनी को अपनी बचत बढ़ाने और परिचालन लागत कम करने के प्रयास करने चाहिए. आईआईएम अहमदाबाद के प्रमुख प्रो. रवींद्र एच. ढोलकिया की समिति ने यह रिपोर्ट नागरिक व उड्डयन मंत्री अजीत पवार को सौंपी है. समिति ने एयर इंडिया की हालत सुधारने के लिए नो-फ्रिल एयरलाइनों के मॉडल से सीखने की सलाह दी है.

समिति ने एयर इंडिया द्वारा विभिन्न मदों में किए गए खर्चों का अध्ययन करने पर ये पाया कि एयर इंडिया द्वारा कई मामलों में धन अनावश्यक रूप से या जरूरत से ज्यादा खर्च किया जाता है, जिससे बचना जरूरी है. समिति ने यह भी कहा है कि नो-फ्रिल एयरलाइनों की तरह एयर इंडिया को भी फ्लाइट में भोजन उपलब्ध कराने के लिए पैसे लेने शुरु कर देना चाहिए

समिति ने एयर इंडिया की बेहतरी के लिए 46 अहम सुझावों की लिस्ट भी बनाई है. इनमें पूंजी जुटाने के लिए 10000 करोड़ के करमुक्त बांड जारी करना, अव्यवहारिक मार्गों पर परिचालन बंद करने और एजेंटों के कमीशन को हटाने और कर्मचारियों की संख्या कम करने के सुझाव अहम हैं.

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