प्राण के ‘चाचा चौधरी’ जिंदा रहेंगे
नई दिल्ली | समाचार डेस्क: प्राण कुमार शर्मा के मृत्यु के बाद भी उनके ‘चाचा चौधरी’ जिंदा रहेंगे. डायमंड कामिक्स के प्रकाशक गुलशन राय ने बुधवार को यह बात कही है. गौरतलब है कि प्राण द्वारा रचित ‘चाचा चौधरी’ के किरदार को डायमंड कामिक्स पआकाशित करती थी. जिस युग में टीवी तथा मोबाइल गेम्स जैसे मनोरंजन के साधन नहीं हुआ करते थे उस समय के बच्चों के लिये कामिक्स ही मनोरंजन का साधन हुआ करता था.
डायमंड कॉमिक्स के प्रकाशक गुलशन राय ने कहा कि वे थोड़े से झक्की तो थे, लेकिन कुल मिलाकर एक बेहद अच्छे इंसान थे. बच्चों के पसंदीदा पात्र चाचा चौधरी के रचयिता प्राण का मंगलवार की रात निधन हो गया.
राय ने कहा, “किसी भी दूसरे कलाकार की तहर वे भी थोड़े से झक्की थे. लेकिन एक व्यक्ति के रूप में वे अत्यंत ही बेहतर और संपूर्ण रूप से भद्र इंसान थे.”
75 वर्षीय प्राण के नाम से मशहूर कार्टूनिस्ट कोलोन कैंसर से पीड़ित थे और गुड़गांव में उनका निधन हो गया.
उन्होंने 1981 में अपना काम शुरू किया और तब उन्हें राय ने कार्टून श्रंखला लिखने को कहा था.
राय ने कहा, “पिछले 33 वर्षो से हम एक साथ काम कर रहे थे. जब मैं उनसे मिला था और कार्टून की किताब शुरू करने की युक्ति सुझाई थी तब वे एक अखबार के लिए काम करते थे.”
राय ने यह भी बताया कि प्राण को शराब से कितना लगाव था.
राय ने कहा, “वे थोड़ी ही पीते थे लेकिन रोजाना पीते थे.”
उन्होंने कहा, “हम सप्ताह में 2-3 बार मिलते थे और बेहद गहरा समन्वित रिश्ता था.”
इसी जुड़ाव ने प्राण को मशहूर किया. प्राण हिंदी की पत्रिका ‘लोटपोट’ के लिए चित्रकारी किया करते थे.
प्राण के अन्य यादगार पात्रों में श्रीमानजी, पिंकी, बिल्लू, रमन, और चाची हैं.
राय ने कहा, “ये सभी चरित्र उनकी सूझ थी, लेकिन हम, डायमंड कॉमिक टीम उन्हें स्टोरीबोर्ड मुहैया कराते थे और तब वे चित्रकारी करते थे.”
लेकिन उनके निधन का अर्थ यह नहीं कि उनकी विरासत खत्म हो गई है.
राय ने कहा कि प्राण के विषय डिजीटाइज किए जा चुके हैं और उन्हें ऑनलाइन पढ़ा जा सकता है. उनके चरित्रों पर गेम भी तैयार किए गए हैं.
राय ने कहा, “कॉमिक की कभी मौत नहीं होती है. प्राण की विरासत जिंदा रहेगी और उनके ये चरित्र भी.”