कांग्रेस का पोस्टर से शिवराज पर वार!
भोपाल | एजेंसी: मध्य प्रदेश में व्यापमं घोटालों को लेकर आक्रामक हुई कांग्रेस ने अपने हमले की तोप का मुंह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की तरफ मोड़ दिया है. अब कांग्रेस पोस्टर के जरिए मुख्यमंत्री चौहान पर सीधे हमले बोल रही है. यह बात अलग है कि कांग्रेस के एक पोस्टर को हटा दिया गया है.
कांग्रेस ने मुख्यमंत्री चौहान के खिलाफ पोस्टरों पर कार्टून के जरिए हमले तेज कर दिए हैं. राजधानी भोपाल के रोशनपुरा चौराहे पर पिछले दिनों एक पोस्टर लगाया गया था, जिसमें लिखा था ‘भाग मामा भाग सीबीआई आई’ इस पोस्टर में शिवराज व उनकी पत्नी साधना सिंह को भागते हुए दिखाया गया था. यह पोस्टर शनिवार रात हटा दिया गया.
कांग्रेस ने अब एक और नया पोस्टर लगाया है. इस पोस्टर में भैरव के आगे शिवराज व उनकी पत्नी साधना सिंह को नतमस्तक लेटे दिखाया गया है.
पोस्टर में नतमस्तक लेटे चौहान दंपति भैरव से प्रार्थना करते हुए कह रहे हैं ‘हे भैरव! जिसकी चाहे बलि ले लो, मगर हमें बचा लो.’ राजधानी के रोशनपुरा चौराहे पर लगा यह पोस्टर सभी के आकर्षण का केंद्र बन गया है.
सरकार के प्रवक्ता डॉ. नरोत्तम मिश्रा कांग्रेस के पोस्टर को नौटंकी करार दे चुके हैं. उनका कहना है कि कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है और वे अपनी राजनीति चमकाने व मीडिया में स्थान पाने के लिए यह करते हैं.
कांग्रेस के एक पोस्टर को शनिवार रात हटा दिया गया है. इस पर कांग्रेस ने एतराज जताते हुए रविवार को जहांगीराबाद थाने में शिकायत दर्ज कराई है. पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष मानक अग्रवाल का कहना है कि कांगेस के पोस्टर को मुख्यमंत्री ने हटवाया है, लिहाजा उनके खिलाफ मामला दर्ज होना चाहिए.
नगर पुलिस अधीक्षक मुहम्मद सलीम ने बताया कि कांग्रेस ने एक शिकायत दी है, जो उन्हें प्राप्त हुई है. इस पर आगे की कार्यवाही की जाएगी.
कांग्रेस ने जुलाई माह में हुए विधानसभा के सत्र में व्यापमं सहित अन्य परीक्षाओं में गड़बड़ी का मामला उठाते हुए जमकर हंगामा किया था और कई दिन तक इस हंगामे के चलते विधानसभा की कार्रवाई चल नहीं पाई थी. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सत्यदेव कटारे ने तो मुख्यमंत्री की भांजी के चयन पर ही सवाल उठा दिए थे.
इसके जवाब में मुख्यमंत्री ने कटारे को चुनौती देते हुए कहा था कि अगर किसी भी परीक्षा में उनके परिवार के सदस्य की संलिप्तता पाई जाती है तो वे राजनीति क्या, जीवन से ही संन्यास ले लेंगे.
राज्य की राजनीति का इस समय का सबसे गर्म मुद्दा परीक्षाओं में गड़बड़ी का है और यही कारण है कि कांग्रेस इस मुद्दे को हाथ से निकलने नहीं देना चाहती. इतना ही नहीं, उसकी कोशिश है कि राज्य में तीन विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव में उसके लिए यह मुद्दा जीत का हथियार बन जाए.