छत्तीसगढ़ से निकला था नारा…
रायपुर | संवाददाता: भाजपा का चुनावी नारा ‘सबका साथ, सबका विकास’ छत्तीसगढ़ की देन है. अमरीका के विदेश मंत्री जॉन केरी को लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी का दिया नारा ‘सबका साथ, सबका विकास’ का नारा इतना भा गया है कि वे इसकी सार्वजिनक प्रशंसा करने से नहीं चूकें हैं. उन्होंने भारत आने से एक दिन पहले इसका ऐलान किया.
इतना ही नहीं इसी नारे के कारण वे मोदी के मुरीद हो गये हैं. इसमें यह जानना दिलचस्प होगा कि इस नारे को पहली बार छत्तीसगढ़ में गढ़ा गया था. इसके अलावा मोदी के चुनाव प्रचार में एक और नारा बहुत परवान चढ़ा वहा है ‘अच्छे दिन आने वाले हैं’ परन्तु अमरीकी प्रशासन को प्रधानमंत्री मोदी का ‘सबका साथ, सबका विकास’ का नारा ज्यादा पसंद आया.
गौरतलब है कि 2004 में जब छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार आई तब इस नारे को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री कार्यालय में बतौर ज्वाइंट सेक्रेटरी काम करनेवाले उमेश मिश्रा, जो छत्तीसगढ़ के डिपार्टमेन्ट आफ पब्लिक रिलेशन में क्रियेटिव डायरेक्टर हैं ने सबसे पहले उपयोग में लाया था.
उमेश मिश्रा ने एक समाचार पत्र के हवाले से बताया कि “छत्तीसगढ़ में सरकार बदलने के साथ ही नयी थीम पर काम करना शुरू हो गया था. हम नयी सरकार के काम काज का प्रचार प्रसार नये सिरे से करना चाहते थे. यह नारा उसी की देन है.” गौरतलब है कि 2004 में सरकारी विज्ञापनों में इसी नारे का इस्तेमाल करना शुरू हुआ था. जिसमें एक तरफ सबके साथ लिखा जाता था तो दूसरी तरफ सबका विकास. बीच में छत्तीसगढ़ सरकार का प्रतीक चिन्ह लगा होता था.
इसके बाद इस नारे का उपयोग नरेन्द्र मोदी के सद्भावना मिशन के समय किया गया था. जिसे बाद में 2014 के लोकसभा चुनाव के जारी भाजपा के घोषणा पत्र में ब्रम्ह वाक्य के रूप में पेश किया गया. हालांकि, छत्तीसगढ़ सरकार ने ‘सबके साथ सबका विकास’ का नारा दिया था, जबकि मोदी की टीम ने इसे ‘सबका साथ सबका विकास’ के रूप में इस्तेमाल किया.
वर्ष 2004 में छत्तीसगढ़ में गढ़ा गया नारा पहले भाजपा का नारा बना तथा उसके बाद उसे मोदी सरकार ने अपना लिया. आज यह नारा अमरीका के विदेश मंत्री जॉन केरी तक को आकर्षित कर रहा है, तभी तो कहते हैं छत्तीसगढ़िया- सबले बढ़िया. कुल मिलाकर कहने का लब्बो-लुआब यह है कि अमरीकी प्रसासन सीधे तौर पर नहीं किन्तु छत्तीसगढ़ का मुरीद बन गया है.