लीबिया से वापसी चाहती हैं केरल की नर्से
तिरुवनंतपुरम | एजेंसी: लीबिया में कार्यरत केरल की कुल 118 नर्से स्वदेश लौटना चाहती हैं. यह जानकारी केरल सरकार के एक अधिकारी ने मंगलवार को दी. केरल के अनिवासियों के कल्याण के लिए राज्य सरकार की एजेंसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पी. सुदीप ने कहा कि एजेंसी ने नर्सो या उनके प्रियजनों के लिए एक काउंटर खोला है, ताकि वे संपर्क में रह सकें.
सुदीप ने कहा, “इसके जरिए हमें यह सूची मिली है कि राज्य की 114 नर्से त्रिपोली में कार्यरत हैं और चार अन्य बेनघाजी में. इन सभी ने केरल लौटने की इच्छा जाहिर की है, क्योंकि वहां हिंसा भड़क उठी है.”
नर्सो की यह सूची मुख्यमंत्री ओमन चांडी को सौंप दी गई, जिसे विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को और उसकी एक प्रति लीबिया में भारतीय राजदूत को भेज दी गई है.
सुदीप ने बताया, “हमें पता चला है कि त्रिपोली और बेनघाजी में काफी संख्या में केरल की नर्से हैं, लेकिन जब तक वे लौटने में रुचि नहीं दिखातीं, हम इस मामले को आगे नहीं बढ़ा सकते. फिलहाल स्वदेश वापसी की इच्छा रखने वालों की संख्या 118 है.”
उन्होंने यह भी कहा कि स्वदेश वापसी की इच्छा जाहिर कर चुकी नर्सो की वापसी के साधन के बारे में निर्णय दिल्ली और लीबिया में मौजूद भारतीय अधिकारी लेंगे. वापसी के संभावित साधनों में कोई चार्टर विमान या कोई पोत हो सकता है.