पांडा की गिरफ्तारी या आत्मसपर्मण: भाजपा
भुवनेश्वर | एजेंसी: भाजपा ने नक्सली नेता सब्यसाची पांडा की गिरफ्तारी के मामले में केंद्रीय जांच कराने की मांग की है. पांडा पर पांच लाख रुपये का ईनाम था. भाजपा के ओडिशा प्रदेश अध्यक्ष के.वी. सिंह देव ने संदेह जताते हुए कहा कि पांडा की गिरफ्तारी हुई थी या उसने आत्मसपर्मण किया था, इसका सच तभी पता चल सकेगा जब राज्य सरकार से इतर कोई एजेंसी इसकी जांच करेगी.
देव ने संवाददाताओं से कहा, “नक्सलवादी अपने कमांडर को कभी अकेला नहीं छोड़ते. पुलिस ने पांडा को अकेला कैसे पाया?”
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसी खबरें आई हैं कि ओडिशा की सत्तारूढ़ बीजू जनता दल के कुछ राजनेताओं, बिल्डरों और ठेकेदारों का नक्सलियों से संपर्क है.
उन्होंने कहा कि पुलिस इस जांच को तार्किक निष्कर्ष तक नहीं ले जाएगी. उन्होंने कहा, “इस मामले को राष्ट्रीय जांच एजेंसी को सौंपने की जरूरत है.” भाजपा इसके लिए केंद्र सरकार को लिखेगी.
वहीं, राज्य में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल के वरिष्ठ नेता और राज्य उद्योग मंत्री देवी प्रसाद मिश्रा ने कहा कि देव की बातें तथ्यों पर आधारित नहीं हैं. अगर उनके पास सबूत हैं, तो वह इसे उजागर करें.
सब्यसाची पांडा को ओडिशा के बेरहामपुर से 18 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था.
पुलिस ने बताया कि पांडा नयागढ़ और आर. उदयगिरि शस्त्रसागार लूट, स्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती हत्याकांड और दो इतालवी नागरिकों के अपहरण सहित बहुत से आपराधिक मामलों में शामिल था, जिनमें 25 सुरक्षाकर्मियों और 34 नागरिकों की मौत हुई थी.
वर्तमान में पांडा 10 दिन की पुलिस हिरासत में है.