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संघ पदाधिकारी की गिरफ्तारी की मांग उठी

भोपाल | एजेंसी: मध्य प्रदेश विधानसभा से कांग्रेस के सदस्यों ने बहिर्गमन किया. मध्य प्रदेश में महिला कांग्रेस की पदाधिकारी से कथित छेड़छाड़ के मामले में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के पदाधिकारी की गिरफ्तारी न होने पर गुरुवार को कांग्रेस के विधायकों ने विधानसभा में जमकर हंगामा किया.

इसके बाद कांग्रेस के सदस्य सदन से बहिर्गमन कर गए. विधायक रामनिवास रावत ने कांग्रेस पदाधिकारी के घर में कथित तौर पर संघ के पदाधिकारी कृपाल सिंह के घुसने का मामला उठाया.

रावत का आरोप था कि सिंह बुरी नीयत से महिला नेता के घर में घुसे और उनके साथ दुष्कर्म की कोशिश की. पीड़ित महिला ने शिकायत की, मगर पुलिस संघ का पदाधिकारी होने के कारण कृपाल को नहीं पकड़ रही है.

रावत ने जब यह मामला उठाया तब भाजपा विधायकों के साथ सरकार के प्रवक्ता नरोत्तम मिश्रा ने भी उनका विरोध किया. मिश्रा का कहना था कि इस मामले की जांच चल रही है, लिहाजा सदन में इस पर चर्चा नहीं कराई जा सकती. विधानसभा अध्यक्ष सीता शरण शर्मा ने भी चर्चा की अनुमति नहीं दी.

सत्तापक्ष के विधायकों और सरकार के मंत्रियों के रवैए पर कांग्रेस विधायकों ने सख्त एतराज जताया. साथ ही कहा कि आरोपी संघ का है, लिहाजा सरकार उसे बचाने में लगी है. कांग्रेस विधायक सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विधानसभा से बहिर्गमन कर गए.

सदन के बाहर रावत ने संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा कि पुलिस एक तरफ जहां संघ के पदाधिकारी को गिरफ्तार करने से कतरा रही है, वहीं पीड़ित महिला का चरित्र हनन किया जा रहा है.

नेता प्रतिपक्ष सत्यदेव कटारे का कहना है कि पीड़ित महिला को न्याय दिलाने के बजाय सरकार आरोपी को बचाने में लगी है. बेहतर होगा कि भाजपा सरकार स्पष्ट रूप से यह ऐलान कर दे कि संघ के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को छेड़छाड़ की छूट दे दी गई है.

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