ट्राई बिल पास, राज्यसभा में होगी जंग
नई दिल्ली | संवाददाता: नृपेंद्र मिश्रा को प्रधान सचिव बनने वाला ट्राई बिल लोकसभा में पास हुआ. इसके लिये एनडीए का समर्थन तृणमूल, बीएसपी और एनसीपी ने किया. वैसे भी लोकसभा में एनडीए के संख्या बल को देखते हुए उन्हें किसी के समर्थन की जरूरत नहीं थी.
इस ट्राई संशोधन बिल को लेकर असल जंग राज्यसभा में होगा जहां एनडीए को बहुमत प्रप्त नहीं हैं. ऐसे में नृपेंद्र मिश्रा को प्रधान सचिव बनाने वाले इस बिल को अन्य विपक्षी दलों के समर्थन की जरूरत राज्यसभा में पड़ेगी. हालांकि, एनडीए के लिये राहत की बात यह है कि तृणमूल, बीएसपी और एनसीपी ने लोकसभा में इसका समर्थन किया है.
राज्यसभा में संख्या बल के हिसाब से कांग्रेस सबसे शीर्ष पर है. राज्यसभा में कांग्रेस के पास 68 सीटें हैं. वहीं, भाजपा के पास 43, शिवसेना के पास 3, तेलगूदेशम के पास 6 है. इसके अलावा भाजपा की कोशिश है कि इसे एआईएडीएमके का भी समर्थन मिल जाये. राज्यसभा में एआईएडीएमके के पास 11, तृणमूल कांग्रेस के पास 12, बसपा के पास 14 तथा एनसीपी के पास 6 सीटें हैं.
लोकसभा का चुनाव जीतने के बाद मोदी सरकार के लिये अपनी नीतियों तथा फैसलों को अमली जामा पहनाने के लिये पग-पग पर राज्यसभा में गैर एनडीए दलों के समर्थन की जरूरत पड़ेगी. ताजा मामला प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पद पर नृपेंद्र मिश्रा की नियुक्ति को लेकर है लेकिन यह माना जा रहा है कि ट्राई मुद्दे पर मोदी सरकार का लिटमस टेस्ट हो रहा है.