संजय की सजा पर सियासी सर्कस शुरु
नई दिल्ली | संवाददाता: मुंबई ब्लास्ट मामले में फिल्म अभिनेता संजय दत्त को मिली सजा को माफ कराने की कोशिश शुरु हो गई है. शिव सेना, एनसीपी और समाजवादी पार्टी ने संजय दत्त से सहानुभूति जताई है, तो प्रेस काउंसिल के अध्यक्ष जस्टिस मार्कण्डेय काटजू पहले ही संजय दत्त को माफी दिए जाने की वकालत कर चुके हैं. अब केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने कहा है कि सरकार उनकी सजा माफी पर सोच-विचार कर सकती है.
संजय दत्त की सजा को लेकर केंद्रीय सूचना-प्रसारण राज्य मंत्री मनीष तिवारी ने संकेत दिए हैं कि सरकार संजय दत्त की सजा माफी की कोशिश कर सकती है. उन्होंने पूर्व जस्टिस और पीसीआई के अध्यक्ष जस्टिस मार्कंडेय काटजू के बयान पर कहा कि काटजू सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश रहे हैं. जब भी वो कोई प्रतिक्रिया देते हैं तो उनकी प्रतिक्रिया को सभी लोग गंभीरता से लेते हैं, लेकिन ये एक न्यायिक और कानूनी मामला है. इस मसले पर बहुत ही गंभीरता से सोच विचार की जरूरत है.
मनीष तिवारी ने कहा कि वर्तमान में एक राय सार्वजनिक हुई है. मैं इस समय उसके ऊपर कोई अधिकृत टिप्पणी करना नहीं चाहता. अगर ऐसी कोई बात की गई है तो हां सरकार के जिन विभागों की जिम्मेदारी बनती है या राज्य सरकार में जिन लोगों की जिम्मेदारी बनती है, वो जरूर इस पर संज्ञान लेंगे और गंभीरता से उस पर गौर करेंगे.
गौरतलब है 12 मार्च 1993 को मुंबई में सिलसलेवार ढंग से हुए 13 बम विस्फोटों में 250 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी और 700 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे. सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को इस मामले में फैसला सुनाते हुये संजय दत्त को पांच साल जेल की सजा सुनाई थी. इससे पहले टाडा अदालत ने संजय दत्त को गैरकानूनी ढंग से 9एमएम की पिस्टल और एके-56 रखने के अपराध में छह साल के कैद की सजा सुनाई थी. संजय दत्त ने अपनी शादी और हाल में हुए बच्चों का हवाला देकर सुप्रीम कोर्ट से राहत की अपील की थी, जिसे ठुकराते हुए अदालत ने कहा कि उन पर साबित हुए आरोप ऐसे नहीं हैं कि उन्हें खुला छोड़ दिया जाए. अदालत ने उन्हें 6 साल के बजाये पांच साल के जेल की सजा सुनाई.