उद्योगों के सामने पानी भर रहा जल संसाधन विभाग
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ में औद्योगिक घरानों को जल संसाधन विभाग ने खुली छूट दे रखी है.राज्य के 100 औद्योगिक घरानों पर जल संसाधन विभाग का 453 करोड़ रुपये बकाया है लेकिन हजार रुपये किसानों का बकाया होने पर नहर का पानी रोक देने वाला जल संसाधन विभाग इन उद्योगों के आगे पानी भर रहा है. अकेले कोरबा के 9 उद्योगों पर जल संसाधन विभाग का 333 करोड़ रुपये से अधिक की रकम बकाया है लेकिन जाने किस दबाव या प्रलोभन में जल संसाधन विभाग कार्रवाई करने के बजाये कागजी खानापूर्ति में जुटा हुआ है.
राज्य के जल संसाधन मंत्री रामविचार नेताम ने शुक्रवार को विधानसभा में माना कि रायगढ़ जिले के 67 उद्योगों पर 23 करोड़ 66 लाख रुपये बकाया हैं लेकिन बिलासपुर के अकेले एक उद्योग पर 28 करोड़ 12 लाख रुपये की बकाया रकम वसूल पाने में जल संसाधन विभाग असमर्थ साबित हुआ है. बिलासपुर के इस उद्योग की जितनी बकाया रकम है, वह पूरे छत्तीसगढ़ राज्य के नगरीय निकायों पर बकाया रकम के बराबर है. जल संसाधन मंत्री के अनुसार 31 जनवरी 2013 तक पूरे छत्तीसगढ़ के नगरीय निकायों पर कुल जमा 28 करोड़ 93 लाख रुपये की रकम बकाया है.
इसी तरह रायपुर के 8 उद्योगों पर 36 करोड़ रुपये की रकम बकाया है, दुर्ग के 2 उद्योगों पर 22 करोड़ और धमतरी के एक उद्योग पर 133 करोड़ रुपये की रकम बकाया है.