सेक्स शिक्षा के खिलाफ नहीं-हर्षवर्धन
नई दिल्ली | समाचार डेस्क: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डाक्टर हर्षवर्धन ने कहा है कि वे सेक्स एजुकेशन के खिलाफ नहीं हैं लेकिन वे सेक्स के नाम पर अश्लीलता के खिलाफ हैं.
गौरतलब है कि हर्षवर्धन ने हाल ही में अपनी साइट पर एक लेख लिखते हुये सेक्स एजुकेशन पर प्रतिबंध लगाने की बात कही थी. लेकिन जब इसका विरोध हुआ तो हर्षवर्धन को अपनी सफाई देनी पड़ी.
अब हर्षवर्धन ने अफने फेसबुक पर लिखा है कि मैं सेक्स एजुकेशन का पक्षधर हूं. तथाकथित सेक्स एजुकेशन से मेरा मतलब अश्लीलता से था. मैं एक मेडिकल प्रोफेशनल हूं जिसने तर्कवाद को अपनाया है और मैं तहे दिल से ऐसी शिक्षा का समर्थन करूंगा जो वैज्ञानिक और सांस्कृतिक रूप से स्वीकार्य हो.
इस बीच एक बयान में हर्षवर्धन ने कहा कि उनकी वेबसाइट पर लिखा गया विचार पूरी तरह से उनका खुद का विचार है और किशोर शिक्षा कार्यक्रम को अपने मूल रूप में पेश करने के 2007 के यूपीए के फैसले के संबंध में दिया गया.
उन्होंने कहा है कि सेक्स एजुकेशन को लेकर यूपीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भी इस पर आपत्ति जताई थी और फिर इसमें संशोधन किया गया. उन्होंने कहा कि 2013 के विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री उम्मीदवार के रूप में शासन की अन्य चीजों सहित शिक्षा को पारदर्शी बनाने का उद्देश्य निर्धारित करने के लिए उनके पास पूरा अधिकार था.
डाक्टर हर्षवर्धन ने कहा कि इस पूरे मुद्दे को गहराई और गंभीरता से समझने की ज़रुरत है क्योंकि यह विषय हमारी आने वाली पीढ़ी से जुड़ा हुआ है.