राष्ट्र

रेल किराये का ठीकरा यूपीए पर फोड़ा

नई दिल्ली | एजेंसी: विपक्ष से सत्ता में आ चुकी भारतीय जनता पार्टी अभी भी पुराने दिनों में ही विचर रही है. वह अपने हर विवादित कदम का ठीकरा पूर्ववर्ती कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार पर फोड़ रही है.

रेल किराया-भाड़ा में वृद्धि पर चौतरफा विरोध और हमले से घिरे रेल मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा ने रविवार को कहा कि इस वृद्धि का दोष पूर्ववर्ती सरकार को दिया जाना चाहिए. उन्होंने विपक्ष द्वारा सरकार की आलोचना पर भी सवाल उठाया है. समाचार चैनल सीएनएन-आईबीएन को दिए एक साक्षात्कार में गौड़ा ने कहा कि रेल किराया और भाड़े में वृद्धि पर राजनीति की जा रही है.

उन्होंने कहा, “जहां तक रेलवे का संबंध है तो चाहे भाजपा हो या कांग्रेस, पूरा देश महसूस करता है कि कुछ सुधार होने चाहिए. आज जो लोग इस वृद्धि के विरोध में खड़े हैं सभी पूर्व की संप्रग सरकार में उस समय साझीदार थे जब संप्रग ने रेल किराये में वृद्धि की थी. उस समय किसी ने भी मुंह नहीं खोला था. अब हर कोई चिल्ला रहा है. आखिर वे रेलवे का राजनीतिकरण क्यों कर रहे हैं?”

उन्होंने इस वृद्धि के लिए पूर्व की कांग्रेस नीत संप्रग सरकार को दोषी करार दिया.

गौड़ा ने कहा, “पूर्ववर्ती मंत्री ने रेलवे का घाटा पाटने के लिए कुछ कसरतें की थीं..और वह लागू नहीं किया जा सका था..अब वे कैसे कह सकते हैं कि यह सरकार गलत कर रही है?”

गौड़ा ने कहा, “उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री से संपर्क किया था. मेरे पास दस्तावेज है जहां प्रधानमंत्री ने कहा था कि 1 मई से यह किराया-भाड़ा वृद्धि लागू होना चाहिए.”

भाजपा के विपक्ष में रहते हुए किराया-भाड़ा वृद्धि का विरोध करने की याद दिलाए जाने पर गौड़ा ने कहा, “मैंने व्यक्तिगत रूप से तब विरोध नहीं किया था, तब तो मैं राज्य में नेता प्रतिपक्ष था.

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