राष्ट्र

इराक संकट से तेल के दाम बढ़ेंगे

नई दिल्ली | समाचार डेस्क: इराक संकट से तेल के दाम बढ़ सकते हैं. इसका कारण यह है कि विश्व बाजार में कच्चे तेल के बढ़ते दाम का भारत पर भी असर पड़ना अवश्यंभावी है. गौरतलब है कि इराक के संकट के बाद ओपेक ने भी तेल के दाम में बढ़ोतरी की है. गुरुवार को ओपेक ने कच्चे तेल के दाम में करीब 1 डॉलर की बढ़ोतरी को मंजूरी दे दी है.

पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन, ओपेक के 12 कच्चे तेलों के बास्केट की कीमत गुरुवार को 110.26 डॉलर प्रति बैरल रही, जिसकी कीमत इससे पिछले कारोबारी दिन बुधवार को 109.60 डॉलर प्रति बैरल थी. यह जानकारी ओपेक सचिवालय की ओर से दी गई. इस प्रकार प्रति बैरल 0.66 डॉलर की वृद्धि एक दिन में ही हो गई है. एक बैरल 159 लीटर के बराबर होता है.

ओपेक सचिवालय द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक के नए ओपेक बास्केट में शामिल कंपनिया हैं- अल्जीरिया की सहारन ब्लैंड , अंगोला की गिरासोल , इक्वाडोर की ओरिएंट , ईरान की ईरान हेवी , इराक की बसरा लाइट , कुवैत की कुवैत एक्सपोर्ट , लीबिया की एस सिदर , नाइजीरिया की बोनी लाइट , कतर की कतर मरीन , सऊदी अरब की अरब लाइट , संयुक्त अरब अमीरात की मुरबन, और वेनेजुएला की मेरी.

केन्द्र सरकार के पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के अंतर्गत पेट्रोलियम नियोजन और विश्लेषण प्रकोष्ठ द्वारा शुक्रवार को जारी भारत के लिए कच्चे तेल की अंतर्राष्ट्रीय कीमत गुरुवार को 111.94 डॉलर प्रति बैरल रही. यह कीमत इससे पिछले कारोबारी दिवस बुधवार को 111.25 डॉलर प्रति बैरल थी. रुपये के संदर्भ में कच्चे तेल की कीमत गुरुवार को 6,716.40 रुपये प्रति बैरल हो गई, जो कि बुधवार को 6,688.35 रुपये प्रति बैरल थी. इस प्रकार से भारत के लिये कच्चे तेल की कीमत प्रति बैरल 0.69 डॉलर तथा रुपये के संदर्भ में प्रति बैरल 28.05 रुपयें एक दिन में ही बढ़ गई है.

अमरीका द्वारा इराक में लक्षित तथा सटीक हवाई हमले करने की घोषणा से इस बात के आसार हैं कि सीमित युद्ध के कारण कच्चे तेल के आपूर्ति पर असर बड़ सकता है जिससे तेल के दाम और बढ़ सकते हैं. गौरतलब है कि इराक में विश्व का दूसरा सबसे बड़ा तेल का भंडार है. इराक के तेल के कुओं पर पश्चिमी तेल कंपनियों का एकाधिकार होने से सारी दुनिया में कच्चे तेल इराक से जाते हैं. इराक संकट जितना बढ़ेगा कच्चे तेल की कीमत उतनी ही बढ़ती जायेगी, इसी के साथ पेट्रोल तथा डीलज के दाम भी, जिससे भारत अछूता नहीं रह सकता है.

error: Content is protected !!