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मोदी ने भंग किये यूपीए के चार और जीओएम

नई दिल्ली | समाचार डेस्क:नरेंद्र मोदी ने चार और जीओएम भंग कर दी है. अपने सरकार के बनने के 15 दिनों के भीतर ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यूपीए सरकार के समय से चली आ रही समितियों को भंग करने का दूसरा फैसला लिया है. गौरतलब है कि इससे पहले अधिकार प्राप्त ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स और ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स को भंग कर दिया गया था.

मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 4 मंत्रिमंडलीय स्‍थायी समिति प्राकृतिक आपदा प्रबंधन पर मंत्रिमंडलीय समिति, मूल्‍यों पर मंत्रिमंडलीय समिति, विश्‍व व्‍यापार संगठन मामलों पर मंत्रिमंडलीय समिति तथा भारत संबं‍धी मुद्दों की विशिष्‍ट पहचान प्राधिकरण पर मंत्रिमंडलीय समिति को भंग कर दिया है. इसके पीछे तर्क यह है कि इनसे फैसले लेने में देर हो रही थी.

सरकार के द्वारा जारी बयान के मुताबिक अब प्राकृतिक आपदा की स्थिति में इस समिति के कार्य कैबिनेट सचिव के अंतर्गत समिति द्वारा किये जाएंगे तथा मूल्‍यों पर मंत्रिमंडलीय समिति के कार्य आर्थ‍िक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति देखेगी. उसी तरह से विश्‍व व्‍यापार संगठन मामलों पर मंत्रिमंडलीय समिति के कार्य आर्थिक मामलों पर मंत्रिमंडलीय समिति देखा करेगी और आवश्‍यकता पड़ने पर पूर्ण मंत्रिमंडलीय समिति इसका कार्य करेगी.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि भारत संबं‍धी मुद्दों की विशिष्‍ट पहचान प्राधिकरण पर मंत्रिमंडलीय समिति में प्रमुख फैसले पहले ही लिए जा चुके हैं और शेष मुद्दे आर्थिक मामलों पर मंत्रिमंडलीय समिति के समक्ष भेजे जाएंगे. मोदी सरकार का यह दूसरा महत्वपूर्ण फैसला है जब यूपीए सरकार से विरासत में मिली चीजों को खत्म किया गया.

बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री मोदी मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति, मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति, संसदीय मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति तथा सुरक्षा पर मंत्रिमंडल की समिति का पुनर्गठन करेंगे. मोदी सरकार के इन फैसलों से माना जा रहा है कि फैसले तेजी से लिये जायेंगे तथा उसके लिये समितियों तथा उप समितियों के बीच फाइलें घूमना अब बंद हो जायेंगी.

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