छत्तीसगढ़बस्तर

पोलावरम बांध के विरोध में नक्सली

रायपुर | एजेंसी: तेलंगाना क्षेत्र में गोदावरी नदी पर बन रहे पोलावरम बांध के विरोध में अब नक्सली भी उतर गए हैं. कुछ दिन पहले कोंटा विधायक कवासी लखमा ने सर्वदलीय बैनर तले 21 सूत्रीय मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन करने की बात की थी.

माओवादी एरिया कमेटी दरभा के सचिव सुरेन्द्र के नाम से सोमवार को जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि विकास के नाम पर बनाई जा रही इस परियोजना से सिर्फ कुछ धनी लोगों और बहुराष्ट्रीय कंपनियों को फायदा होने वाला है. इसके विपरीत छोटे और मध्यम किसान, आदिवासी उजड़ने जा रहे हैं. छत्तीसगढ़ के 23 गांवों का अस्तित्व नहीं रहेगा. इस परियोजना के कारण छत्तीसगढ़ और तेलंगाना क्षेत्र के 3 लाख लोग विस्थापित होंगे.

इस योजना के खिलाफ उठने वाली हर आवाज का समर्थन करने की बात पर्चा में लिखी गई है. कहा गया है कि इससे पैदा होने वाली बिजली का बड़ा हिस्सा बड़े उद्योगपति और शहरी उच्च वर्ग को जाने वाला है. जिस क्षेत्र में यह परियोजना बन रही है, उस क्षेत्र में रह रहे लोगों के लिए इसका फायदा नहीं है. बड़े बांधों के अभी तक के अनुभव यही बता रहे हैं.

बड़ी परियोजनाओं की जगह गांव या एरिया स्तर पर छोटे बांध या तालाब बनाकर साल भर हर खेत को पानी दिया जा सकता है. इससे बहुसंख्यक लोगों का विकास भी होगा. भाकपा माओवादी इस संघर्ष को इस क्षेत्र की जनता का अपनी जनवादी मांगों के लिए करने वाला संघर्ष मानती है. नक्सलियों ने जनता के सभी वर्गों से इसमें शामिल होने का आह्वान किया है.

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