राष्ट्र

मनमोहन सिंह का इस्तीफा

नई दिल्ली | संवाददाता: प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को अपना इस्तीफा शनिवार दोपहर सौंप दिया.

शुक्रवार को आए आम चुनावों के परिणामों में विपक्षी भारतीय जनता पार्टी की जीत के बाद वो अपना पद छोड़ रहे हैं. वो दस साल तक प्रधानमंत्री पद पर रहे. इससे पहले उन्होंने राष्ट्र के नाम संबोधन में आम चुनावों में विपक्षी भारतीय जनता पार्टी को शानदार जीत के लिए बधाई दी. मनमोहन ने दस साल तक केंद्र में कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार का नेतृत्व किया.

मनमोहन ने कहा कि उनकी जिंदगी और सरकार का कार्यकाल एक खुली किताब है और पूरी क्षमता के साथ उन्होंने देश की सेवा करने की कोशिश की.

उन्होंने कहा, “इस देश ने मुझे बहुत प्यार दिया है. बंटवारे के कारण बेघर हुए एक बच्चे को इतने ऊंचे पद तक पहुँचा दिया. ये एक ऐसा क़र्ज़ है जिसे मैं कभी नहीं उतार पाऊंगा. ये एक ऐसा सम्मान है जिस पर मुझे हमेशा गर्व रहेगा.”

प्रधानमंत्री ने कहा, “मित्रों, मुझे भारत के भविष्य के बारे में पूरा इत्मीनान है. मुझे पक्का विश्वास है कि वो समय आ गया है, जब भारत दुनिया की बदलती हुई अर्थव्यवस्थाओं में एक अहम उभरती हुई शक्ति के रूप में उभरेगा.”

उन्होंने कहा, “परंपरा को आधुनिकता के साथ और विविधता को एकता के साथ मिलाते हुए हमारा देश दुनिया को आगो का रास्ता दिखा सकता है.”

मनमोहन ने कहा, “अपने महान देश की सेवा करने का मौका मिलना मेरा सौभाग्य रहा है. मैं इससे ज़्यादा और कुछ नहीं मांग सकता था. मेरी कामना है कि आने वाली सरकार अपने कामकाज में हर तरह से सफल रहे.”

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