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अफगानिस्तान में भूस्खलन से हज़ारों हताहत

काबुल | एजेंसी: अफगानिस्तान के उत्तरी प्रांत बदख्शां में भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन से करीब 350 लोगों की मौत हो गई, जबकि हजारों लापता हैं. हादसा शुक्रवार का है.

यह अफगानिस्तान में हुए बड़े हादसों में से एक है. संयुक्त राष्ट्र ने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए इस त्रासदी से उबरने में अफगानिस्तान को हरसंभव मदद देने का आश्वासन दिया है.

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, प्रांत के गवर्नर शाह वाली अदीब ने कहा, “भूस्खलन के बाद 2,500 से अधिक लोग लापता हैं. लापता लोगों में से अधिकतर की मौत हो जाने की आशंका है, क्योंकि यहां एक छोटा सा गांव करीब 20 मीटर के दायरे में फैले मलबे से ढक गया है.”

घटना बदख्शां प्रांत की राजधानी फैजाबाद से करीब चार घंटे की यात्रा की दूरी पर स्थित अरगु जिले के आब बरीक गांव की है. अदीब ने कहा, “भारी बारिश के कारण शुक्रवार को पूर्वाह्न् करीब 11 बजे एक ऊंचा पहाड़ ढह गया. गांव में राहत एवं बचाव कार्य जारी हैं, लेकिन शुरुआत के आठ घंटे चले बचाव कार्य में केवल तीन शव निकाले जा सके हैं. सैकड़ों घायलों को अस्पताल ले जाया गया है.”

वहीं, अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र सहायता मिशन के समन्वयक मार्क बॉडेन ने एक बयान जारी कर कहा, “मैं भूस्खलन में जान गंवाने वाले सभी लोगों के परिजनों के प्रति संयुक्त राष्ट्र मानवीय एजेंसियों की ओर से संवेदना व्यक्त करता हूं.” उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में पिछले साल प्राकृतिक आपदाओं में जितने लोग नहीं मारे गए थे, उससे अधिक इस एक तबाही में जान गंवा चुके हैं.

अफगान सरकार की प्रांतीय आपदा प्रबंधन समिति बदख्शां में राहत एवं बचाव कार्य के लिए मानवीय सहायता एजेंसियों के साथ समन्वय कर रही है. हालांकि फिलहाल सारा ध्यान बचाव अभियान पर है, लेकिन इसके साथ ही इस तबाही से हुए नुकसान का आकलन भी शुरू हो गया है. बॉडेन ने कहा, “इस वक्त हमारी शीर्ष प्राथमिकता मलबे के नीचे दबे लोगों की जान बचाना है.”

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