नेपाल में बढ़ा ऑनलाइन खरीददारी का चलन
काठमांडू | एजेंसी: नेपाल में मध्य वर्ग में सूचना प्रौद्योगिकी का प्रचलन बढ़ने के साथ ही ऑनलाइन खरीददारी का भी प्रचलन बढ़ रहा है.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक देश में आम तौर पर इंटरनेट कनेक्टिविटी अच्छी नहीं है और बिजली कटौती भी काफी होती है. फिर भी रोज 20 लाख से अधिक नेपाली इंटरनेट सर्फ करते हैं और कारोबारी अपने उत्पाद और सेवाओं की ऑनलाइन बिक्री बढ़ा रहे हैं.
22 वर्षीया छात्रा सुनीता खड़का ने पिछले सप्ताह ऑनलाइन माध्यम से एक वस्त्र खरीदा है. सूनीता ने कहा कि काठमांडू में जहां वह रहती है, वहां कई बाजार हैं, लेकिन ऑनलाइन खरीदारी में समय कम जाया होता है और यह आसान है.
सुनीता ने कहा, “शुरू में मुझे ऑनलाइन शॉपिंग पर भरोसा नहीं था, लेकिन मेरे दोस्तों ने एक बार इंटरनेट पर खरीदारी का सुझाव दिया और अब मैं इसकी आदी हो चुकी हूं.”
नेपाल में हालांकि ऑनलाइन शॉपिंग के विस्तार की गति धीमी रही है. नेपाल दूरसंचार प्राधिकरण (एनटीए) के मुताबिक देश में 30 फीसदी आबादी तक ही इंटरनेट पहुंच पाया है.
नेपाल की प्रथम ई-कॉमर्स कंपनियों में से एक सस्तो डील के संस्थापक अमुन थापा ने कहा, “जब मैं 2011 में अमेरिका से नेपाल वापस आया, मैंने पाया कि यहां खरीदारी काफी कठिन है और इसमें समय काफी जाया होता है.”
सस्तो डील सामान पर छूट देने के साथ ही सामान की आपूर्ति ग्राहकों के दरवाजे पर करती है.
यह अलग बात है कि नेपाल में कारोबार करना काफी कठिन है. विश्व बैंक और इंटरनेशनल फाइनेंस कारपोरेशन द्वारा तैयार ‘डूइंग बिजनेस 2014’ रिपोर्ट में 189 देशों की सूची में नेपाल को 105वीं जगह पर रखा गया है.
यही नहीं बिजली की किल्लत भी ऑनलाइन शॉपिंग के रास्ते की बड़ी बाधा है.
हमरोबाजार, नेपबे और ई-स्टोर नेपाल जैसी दूसरी अनेक ऑनलाइन शॉपिंग कंपनियां भी नेपाल में कारोबार कर रही हैं.