छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस सचिव ने छोड़ी पार्टी
रायपुर | एजेंसी: लोकसभा चुनाव का बिगुल बजते ही टिकट वितरण को लेकर नेताओं के पार्टी छोड़ने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. इसी क्रम में बुधवार को प्रदेश कांग्रेस के सचिव और रायपुर पश्चिम के प्रभारी शिवनारायण द्विवेदी ने पार्टी नेताओं पर टिकट बेचने का आरोप लगाते हुए पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया.
द्विवेदी ने प्रदेश प्रभारी बी.के. हरिप्रसाद और प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि राजनांदगांव और जांजगीर में जो सक्रिय नहीं था, उसे टिकट दे दिया गया.
द्विवेदी ने आज एक संवाददाता सम्मेलन में प्रदेश के नेताओं पर जीरम हमले में घायल हुए नेताओं व कार्यकर्ताओं की उपेक्षा करने का भी आरोप लगाया और कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के निर्देश पर बी.के. हरिप्रसाद और पीसीसी अध्यक्ष ने नक्सली हमले में घायलों और मृत शहीद परिवारों को आर्थिक मदद करने के लिए एक समिति बनाई थी, लेकिन आज तक समिति न मदद करने के लिए आगे आई और न ही घायलों से हाल-चाल पूछा.
उन्होंने एनआई रिपोर्ट का खुलासा न किए जाने पर सवाल उठाया और कहा कि एनआईए की जांच पूरी हो गई है, लेकिन जांच को सावर्जनिक नहीं की जा रही है.
द्विवेदी ने कहा कि उन्हें लगता हैं कि जीरम हमले में कांग्रेस के बड़े नेताओं का हाथ था जिसके चलते पार्टी हाईकमान रिपोर्ट को दबा रहा है. उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा और अजीत जोगी पर हमला करते हुए कहा कि विस चुनाव में राहुल फार्मूले के द्वारा ही टिकट वितरण करने की बात कही गई थी, लेकिन दोनों नेताओं ने राहुल फार्मूले को दरकिनार कर दिया और अपने बेटों को टिकट दिलवा दिया.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस में अब धीरे-धीरे परिवारवाद हावी होता जा रहा है, जिसके परिणाम स्वरूप कांग्रेस अब गर्त में गिरती जा रही है.