रायपुर के वोटर्स देख पाएंगे अपना वोट
रायपुर | एजेंसी: लोकसभा चुनाव के दौरान रायपुर के वोटर ईवीएम का बटन दबाने के बाद सात सेकंड तक मॉनिटर की स्क्रीन पर देख सकेंगे कि उन्होंने जिसके लिए बटन दबाया, वोट उसी को मिला है या नहीं. कुछ गड़बड़ी होने पर वे इसकी शिकायत भी कर सकेंगे. शिकायत गलत निकली तो जेल होगी. सही निकली तो उस बूथ पर फिर से मतदान होगा.
छत्तीसगढ़ के ज्वाइंट सीईओ डी.डी. सिंह ने बताया कि आयोग ने देश की जिन सात लोकसभा सीटों पर वोटर वेरीफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपीएटी) सिस्टम लगाने का फैसला लिया है, उनमें रायपुर भी शामिल है. चुनावी तैयारी की नए सिरे से समीक्षा की जा रही है. सभी बूथों पर नए सिस्टम से वोटिंग होगी.
जानकारी के मुताबिक, चुनाव आयोग ने रायपुर लोकसभा सीट पर वीवीपीएटी सिस्टम से वोटिंग की क्लीयरेंस दे दी है. आम बोलचाल में इसे बैलेट स्लिप भी कहा जाता है. इसके साथ ही इसकी तैयारी भी तेज हो गई है. आयोग ने 31 मार्च को आला अधिकारियों को ट्रेनिंग देने के लिए दिल्ली बुलाया है.
देश की जिन सात लोकसभा सीटों के वोटर अपने वोट देख सकेंगे, उनमें रायपुर के अलावा उत्तर प्रदेश की लखनऊ, बिहार की पटना, गुजरात की गांधीनगर, कर्नाटक की बेंगलुरू (दक्षिण), तमिलनाडु की चेन्नई (मध्य) और पश्चिम बंगाल की जाधवपुर लोकसभा सीट शामिल है.
आयोग ने मुताबिक यह सिस्टम रायपुर लोकसभा के सभी 2061 बूथों पर लगाया जाएगा. ईवीएम में एक चिप और एक प्रिंटर जोड़ा जा रहा है. जो वोटर के बटन दबाने पर तुरंत ही एक प्रिंट जनरेट करेगा जिसमें वोट किए गए प्रत्याशी का नाम और चिह्न् अंकित होगा. यह प्रिंट पास रखे एक सील बंद बैलेट बाक्स में गिरेगा. वोटर इसे सात सेकंड तक प्रिंटर स्क्रीन पर देख सकेगा.
आपने ईवीएम में जिस प्रत्याशी को वोट दिया है, यदि वही परिणाम प्रिंटर से निकलने वाली बैलेट स्लिप में नहीं दिखता है, तो आप चैलेंज कर सकते हैं. इसके लिए आपको एक लिखित शिकायत करनी होगी. इसके बाद पोलिंग अफसर वहां मौजूद दूसरी पार्टियों के एजेंटों को विश्वास में लेंगे और सबके सामने उसे उस प्रत्याशी के नाम और चिह्न् वाला बटन दबाने का मौका देंगे.
यदि प्रिंटर ने सही जानकारी दी तो चैलेंज करने वाले मतदाता को तुरंत जेल भेज दिया जाएगा. उसका चैलेंज अगर सही निकला तो उस बूथ पर फिर से चुनाव कराया जाएगा.