बद्री के बाद औरों पर नज़र
कांकेर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ पुलिस माओवादियों के सहरी नेटवर्क के कुछ और सफेदपोशों की गिरफ्तारी कर सकती है. माओवादियों के लिए वसूली करने के आरोप में सोमवार को अंतागढ़ कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष बद्री गावड़े को कांकेर से गिरफ्तार किया है. उसके बाद से अनुमान लगाया जा रहा है कि कुछ और सफेदपोश नेता पुलिस की गिरफ्त में आ सकते हैं.पुलिस ने कांकेर के निजी नर्सिंग होम्स की जांच भी शुरु कर दी है. अनुमान लगाया जा रहा है कि कुछ और माओवादी समर्थक या संरक्षक पकड़े जा सकते हैं.
इससे पहले पुलिस भाजपा और आरएसएस के नेताओं धमेंद्र और नीरज चोपड़ा को भी गिरफ्तार कर चुकी है. पुलिस के अनुसार आरोपी माओवादी संगठन को संचालित करने के लिए कारोबारियों से करोड़ों रूपए की फंडिंग करता था। वसूली के लिए आरोपी ने रावघाट संघर्ष समिति का गठन किया था.
पुलिस का कहना है कि संगठन के माध्यम से वह कारोबारियों को काम रोकने से लेकर हत्या तक की धमकी देता था. एसआईबी ने उसके पास से बड़ी मात्रा में दस्तावेज बरामद करने का दावा किया है.
इधर राजधानी रायपुर में एडीजी इंटेलिजेंस मुकेश गुप्ता ने दावा किया की गावड़े छत्तीसगढ़ की लाइफ लाइन कहलाने वाले रावघाट रेल प्रोजेक्ट के खिलाफ साजिश कर रहा था. उसने दिल्ली विश्वविद्यालय की प्रोफेसर नंदनी सुंदर तथा कई स्वयंसेवी संगठन से जुड़े लोगों को माओवादियों से मिलवाने का भी काम किया था.