इराक में डेढ़ लाख बेघर
संयुक्त राष्ट्र | समाचार डेस्क: बरसों तक अमरीकी अमानवीयता की पहचान बने इराक में लाखों लोग अभी तक बेघर हैं. हालत ये है कि इराक या विश्व समुदाय से ऐसे लोगों को कोई मदद नहीं मिल पा रही है.
संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी ने शुक्रवार को कहा कि केंद्रीय इराक में अंबर प्रांत के फालूजा और रमादी के शहरों में संघर्ष के चलते पिछले सप्ताह में 65,000 से अधिक लोग पलायन कर गए. 2013 के अंत में शुरू हुए संघर्ष की वजह से अब तक 140,000 से अधिक लोग बेघर हो चुके हैं.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, इराक के विस्थापन और पलायन मंत्रालय की ओर से उपलब्ध कराए गए विस्थापन के आंकड़े बताते हैं कि देश 2006-2008 की सांप्रदायिक हिंसा के दौरान सबसे बड़े पलायन का गवाह बना. यह पलायन इराकी सैनिकों और अल-कायदा लड़ाकों के बीच जानलेवा झड़पों का नतीजा था.
शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र उच्चायुक्त के मुताबिक, इराक पहले से ही 11.3 लाख लोगों के विस्थापित होने की वजह से शीर्ष स्थान पर है. इनमें से अधिकांश लोग इराक की राजधानी बगदाद, दियाला, निनेवा प्रांतों में रह रहे हैं.