‘आप’ को समर्थन बेकार फैसला
नई दिल्ली | समाचार डेस्क: वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा है कि केजरीवाल की सरकार को बाहर से समर्थन देना गैर जरूरी तथा बेकार के फैसला रहा. वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने एक साक्षात्कार में कहा है कि यह उनकी निजी राय है. उन्होंने आगे कहा कि यह फैसला सही है या गलत, यह तो वक्त बताएगा.
पी चिदंबरम ने कहा कि कांग्रेस को न तो सरकार बनाने का जनमत मिला था न ही विपक्ष में बैठने का. उन्होंने कहा कि इसलिये कांग्रेस को चुप ही रहना था. चिदंबरम ने बताया कि आम आदमी पार्टी को समर्थन देने के मुद्दे पर कांग्रेस में मतभेद थे.
वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने एक अंग्रेजी अखबार को दिये साक्षात्कार में कहा है कि कांग्रेस तीसरे स्थान पर थी. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी को बिना शर्त समर्थन देने का फैसला दिल्ली कांग्रेस का था. उन्होंने आगे कहा कि यह आने वाला समय ही बताएगा कि समर्थन देने का फैसला सही था या गलत.
गौरतलब रहे कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा को 32, आम आदमी पार्टी को 28 तथा कांग्रेस को 8 सीटें ही मिली थी. भाजपा ने उपराज्यपाल का सरकार बनाने का प्रस्ताव इसलिये स्वीकार नहीं किया कि उनके पास बहुमत के लिये जरूरी आकड़े नहीं थे.
उसके बाद दिल्ली के उपराज्यपाल ने आम आदमी पार्टी को सरकार बनाने का निमंत्रण दिया था लेकिन आम आदमी पार्टी के पास भी बहुमत का आकड़ा नहीं था. उस समय दिल्ली में ऐसी स्थिति उत्पन्न हो गई थी कि राष्ट्रपति शासन लगाया जाये या फिर से चुनाव कराया जाये.
दोनों ही स्थिति को टालने के लिये कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी को बिना शर्त समर्थन देने का फैसला किया तथा उपराज्यपाल को लिखित में इसकी जानकारी दी थी.