रोशनी से जगमगाएगा ताजमहल
आगरा | एजेंसी: पर्यटकों की गिरती संख्या से परेशान उत्तर प्रदेश की सपा सरकार ताजमहल को रात में रोशन कराने के लिए भरपूर मशक्कत कर रही है. सूबे के मुख्य सचिव जावेद उस्मानी ने आयुक्त को इस संबंध में रिपोर्ट तैयार करने का जिम्मा सौंपा है. रिपोर्ट मिलने के बाद केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय को प्रस्ताव भेजकर इस संबंध में वार्ता की जाएगी.
मालूम हो कि पूर्व में भी भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के सामने यह मामला उठाया गया था. लेकिन बात नहीं बन पाई थी. दरअसल, सरकार इस मसले पर इसलिए भी सक्रियता से जुटी है क्योंकि आधिकारिक सूत्रों की मानें तो वर्ष 2013 में देसी-विदेशी पर्यटकों की आमद घटी है.
इस मसले पर मुख्य सचिव की उपस्थिति में संबंधित अधिकारियों ने लखनऊ में एक बैठक भी की. मुख्य सचिव ने कहा कि दुनियाभर के स्मारक रात में कृत्रिम रोशनी में जगमगाते हैं, लेकिन ताज अंधेरे में डूबा रहता है. स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि यदि ताज को रात में रोशन कर दिया जाए तो सैलानियों के रात्रि प्रवास में बड़ा इजाफा हो सकता है.
अधिकारियों ने बताया कि पूर्व में ताज पर कृत्रिम प्रकाश डालने के संबंध में एएसआई से चर्चा हो चुकी है. लेकिन एएसआई रोशनी से संगमरमर को नुकसान होने और तापमान बढ़ने से पत्थरों को खतरा होने की आशंका जता चुका है. बैठक में सवाल उठा कि गर्मी के मौसम में जब तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है तो फिर कृत्रिम प्रकाश से कितना तापमान बढ़ेगा? इस मुद्दे पर पूरा अध्ययन होना चाहिए.
समस्त बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए मुख्य सचिव ने आयुक्त प्रदीप भटनागर को पूरे मामले का अध्ययन करने के निर्देश दिए हैं. वह देखेंगे कि ताज को रोशन करने के संबंध में कब क्या कोशिशें हुईं. क्या स्मारक को नुकसान के संबंध में कोई जांच हुई? रात्रि में ताज रोशन करने में क्या दिक्कतें हैं? इस सबकी पूरी रिपोर्ट तैयार कर शासन को दी जाए. इसके बाद शासन स्तर से इस संबंध में केंद्रीय संस्कृति मंत्रलय से वार्ता की जाएगी.