हाईकमान तय करेगा नेता प्रतिपक्ष
भोपाल | एजेंसी: मध्य प्रदेश में कांग्रेस विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष किसे बनाएगी, यह फैसला नहीं ले पाई है. अब पार्टी हाईकमान पर नेता प्रतिपक्ष व अन्य पदाधिकारियों के चयन का फैसला छोड़ दिया गया है. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तथा अन्य पदाधिकारियों के चयन के लिए रविवार को विधायकों की बैठक बुलाई गई थी. पार्टी हाईकमान ने इस चुनाव के लिए प्रदेश प्रभारी मोहन प्रकाश के अलावा दो पर्यवेक्षक ऑस्कर फर्नाडीस व सी.पी. जोशी को भोपाल भेजा था.
भोपाल के पार्टी कार्यालय में दिनभर पर्यवेक्षकों ने विधायकों के साथ बैठक की, मगर एक राय न बनने पर पर्यवेक्षकों ने एक-एक विधायक से चर्चा की और उनसे पसंदीदा नेता के संदर्भ में लिखित में पर्चियां लीं. मुख्य मुकाबला पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह और महेंद्र सिंह कालूखेड़ा के बीच है.
बैठक से बाहर निकले प्रदेश प्रभारी मोहन प्रकाश ने संवाददाताओं को बताया कि विधायकों ने सर्वसम्मति से नेता प्रतिपक्ष के चयन का अधिकार पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी को दे दिया है. यहां की रिपोर्ट हाईकमान को सौंपी जाएगी, उसके आधार पर ही नेता प्रतिपक्ष व उपनेता तथा विधानसभा उपाध्यक्ष के नामों का ऐलान किया जाएगा.
पिछले दिनों हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के 58 विधायक जीतकर आए हैं. विधानसभा का सत्र आठ जनवरी से शुरू होने वाला है. इससे पहले विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के लिए पार्टी का विधायक दल का नेता चुना जाना आवश्यक है.