स्वास्थ्य

शौचालय से दूर हैं साठ फीसदी ग्रामीण

नई दिल्ली | एजेंसी: आजादी के 66 साल बीत जाने के बाद भी गांवों के करीब 60 फीसदी लोगों को शौचालय सुविधा नहीं मिली है.

यह जानकारी मंगलवार को साख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण कार्यालय (एनएसएसओ) द्वारा जारी आधिकारिक आंकड़ों से मिली. इस आंकड़े के मुताबिक, “गांवों और शहरों में क्रमश: 59.4 फीसदी और 8.8 फीसदी घरों में शौचालय सुविधा नहीं है.”

सर्वेक्षण में घरों में स्नानागारों और शौचालय सुविधा तथा ऐसी ही अन्य सुविधाओं के बारे में आंकड़े इकट्ठा किए गए. जिन घरों में शौचालय सुविधा है, उनमें भी गांवों और शहरों में क्रमश: 38.8 फीसदी और 89.6 फीसदी घरों में उन्नत शौचालय सुविधा है.

एनएसएसओ का 69वां चक्र का सर्वेक्षण जुलाई 2012 से दिसंबर 2012 के बीच किया गया. इसके तहत कुल 95,548 घरों (53,393 गांवों में और 42,155 शहरों में) से आंकड़े लिए गए.

आंकड़ों के मुताबिक गांवों और शहरों में क्रमश: 85.8 फीसदी और 89.6 फीसदी घरों में समुचित पेय जल सुविधा है.

गांवों और शहरों में क्रमश: सिर्फ 46.1 फीसदी और 76.8 फीसदी घरों में पेय जल सुविधा आवासीय प्रांगण में मौजूद है. साथ ही गांवों और शहरों में क्रमश: 65.8 फीसदी और 93.6 फीसदी परिवार पक्का मकान में रहते हैं.

एनएसएसओ के बयान के मुताबिक गांवों और शहरों में क्रमश: 80 फीसदी और 97.9 फीसदी घरों में बिजली सुविधा है. इसके मुताबिक शहरों में 10.8 फीसदी आबादी झुग्गियों में रहती है.

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