तेजपाल का पौरुष जांचा गया
पणजी | समाचार डेस्क: पुलिस हिरासत के दूसरे दिन सोमवार को तरुण तेजपाल का गोवा पुलिस ने पोटेंसी टेस्ट करवाया है. इस टेस्ट को करने के लिये तरुण तेजपाल को गोवा पुलिस मेडिकल कालेज लेकर गई थी. सूत्रों के मुताबिक, तेजपाल के पुरुषत्व की जांच के लिए उन्हें पणजी के नजदीक गोवा मेडिकल कालेज लिए ले जाया गया.
गौर तलब है कि अपने महिला मातहत के साथ गोवा में यौन उत्पीड़न के आरोप में तहलका के पूर्व मुख्य संपादक फिलहाल पुलिस हिरासत में हैं. यौन उत्पीड़न के केस में आवश्यक रूप से आरोपी का पोटेंसी टेस्ट करवाया जाता है ताकि यह पता चल सके कि वह शारीरिक रूप से इसके लिये सक्षम है या नही. फिलहाल यह नही पता चल सका है कि तरुण तेजपाल के पोटेंसी टेस्ट का क्या नतीजा रहा.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इससे आरोपी के खिलाफ पुख्ता सबूत मिल जाता है तथा केस भी मजबूत हो जाता है. तरुण तेजपाल का पोटेंसी टेस्ट के पहले गोवा पुलिस ने कई घंटे तक उनसे कड़ी पूछताछ की. उन्हें उस होटल के कमरे में भी ले जाया जायगा जहां यौन उत्पीड़न की घटना का आरोप लगाया गया है.
पोटेंसी टेस्ट
पुरुषों का पोटेंसी टेस्ट कई प्रकार से किया जा सकता है. जिसमें यह देखा जाता है कि पौरुष अंग में रक्त का प्रवाह कैसा है तथा कितने देर तक रक्त का प्रवाह रहता है. यह जांच मूत्र रोग विशेषज्ञों द्वारा की जाती है. आजकल पेनाईल डाप्लर अल्ट्रासाउंड द्वारा यह कुछ मिनटों में ही पता चल जाता है कि पौरुष अंग में रक्त का प्रवाह कैसा है.
इसी के आधार पर यह तय होता है कि आरोपी दुष्कर्म करने के लिये शारीरिक रूप से सक्षम है या नही. इस जांच के पहले यह जांचा जाता है कि कही आरोपी में स्पष्ट संरचनात्मक विसंगति तो नही है.
यदि पुरुष अंग का अभाव पाया जाता है तो इसका अर्थ यह होता है कि आरोपी पूर्ण रूप से नपुंसक है. इस जांच में मनो चिकित्सक की भी सलाह ली जा सकती है.