छत्तीसगढ़

कोरे डाक मतपत्र से खलबली मची

रायपुर | एजेंसी: छत्तीसगढ़ में मतदान के 10 दिन बाद यानी 28 नवंबर को पेंड्रा के बीईओ कार्यालय में कोरे डाक मतपत्र मिलने की घटना सामने आई है. इस मामले में गुस्साए कांग्रेसियों ने कार्यालय का घेराव कर खूब हंगामा मचाया और धरने पर बैठ गए. मामला रिटर्निग ऑफिसर तक पहुंचते ही पेंड्रा से मरवाही विधानसभा के 72 तथा कोटा विधानसभा के क्षेत्र के 4 कोरे डाक मतपत्र जब्त कर लिए गए.

इस मामले की शिकायत कांग्रेसियों ने रिटर्निग ऑफिसर से की. उन्होंने अपने शिकायत में बताया कि बीईओ पेंड्रा एस.एन. साहू उच्च राजनीतिक एवं प्रशासनिक दबाव में आकर मतदान को प्रभावित करने का काम कर रहे हैं.

जानकारी के अनुसार, पेंड्रा के बीईओ कार्यालय में शिक्षकों को बुला-बुलाकर डाक मतपत्र बांटे जाने की मिली थी, जबकि डाक मतपत्र बांटने की अंतिम तारीख 18 नवंबर निर्धारित की गई थी. जानकारी मिलते ही कांग्रसियों का जमावाड़ा बीईओ कार्यालय में शुरू हो गया. और बीईओ के खिलाफ आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया. कांग्रेसियों ने बीईओ पर प्रशासनिक दबाव में आकर यह कार्य करने का आरोप लगाया है.

इस संबंध में बीईओ साहू का कहना है कि उन्हें डाक मतपत्र तहसील कार्यालय से कर्मचारियों को बांटने के लिए आवंटित किया गया था. इस मामले में अपनी किसी भी प्रकार की संलिप्तता से इंकार करते हुए उन्होंने रायपुर में रहने की जानकारी भी दी.

बहरहाल, मामला चाहे जो भी इस तरह समय सीमा के बाद कोरे डाक मतपत्र का मिलने से बीईओ कार्यालय समेत राजनीतिक हल्कों में चर्चाओं का दौर जारी है. सरकार बनाने की जोड़-तोड़ के बीच इस तरह का मामला भी काफी परेशानी खडा कर सकता है.

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