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भारत में व्यापार करना मुश्किल: आईएचजी

नई दिल्ली | एजेंसी: वैश्विक आतिथ्य कंपनी इंटर-कांटिनेंटल ग्रुप (आईएचजी) ने अगले एक दशक में भारत में अपने होटलों की संख्या को बढ़ाकर 150 तक करने का फैसला किया है, लेकिन विभिन्न सरकारी विभागों और प्राधिकरणों द्वारा पैदा की जा रही बाधाएं उसके लिए बड़ी समस्या बन रही है.

आईएचजी के उपाध्यक्ष (संचालन, दक्षिण-पश्चिम एशिया) डगलस मार्टेल ने यहां आईएएनएस से कहा, “भारत में कई चुनौतियां हैं. यहां कारोबार शुरू करने में कई बाधाएं हैं. स्थानीय निकायों के साथ कई समस्याएं हैं. यहां कुछ भी आसान नहीं है.” आईएचजी के यहां दो होटल हैं.

मार्टेल ने कहा, “दूसरे देशों में कई बातें बिना प्रमाण के ही मान ली जाती हैं. यहां आपको कई लोगों और विभागों से निपटना पड़ता है. मंजूरी लेने में काफी समय और मेहनत लगता है.”

मेलबोर्न निवासी मार्टेल ने कहा, “कभी-कभी मालिकों को बहुत दुख होता है, जो इन समस्याओं से जूझते रहते हैं और परियोजना शुरू होने में काफी विलंब हो जाता है, जिसके कारण लागत बढ़ जाती है. चीन में होटल शुरू करने में सिर्फ तीन साल लगते हैं, जबकि भारत में सात साल. इसके कारण लागत काफी बढ़ जाती है.”

मार्टेल इससे पहले पांच साल चीन में बिता चुके हैं, जहां उन्होंने होटलों की संख्या को 40 से बढ़ाकर 220 कर दिया.

उन्होंने कहा कि अगले 20 साल में भारत में होटल के कमरों की मांग बहुत तेजी से बढ़ने वाली है.

उन्होंने कहा, “विशाल युवा आबादी और तेजी से बढ़ रहे मध्य वर्ग के कारण भारत में बड़ी संभावना है. हम भविष्य के लिए आधार तैयार कर रहे हैं.”

इंटरकांटिनेंटल होटल, क्राउन प्लाजा, हॉलीडे इन और हॉलीडे इन एक्सप्रेस आईएचजी के प्रमुख वैश्विक ब्रांड हैं और दुनिया भर में कंपनी 4,650 से अधिक होटलों का प्रबंधन करती है. भारत में कंपनी के 15 होटल हैं, जिनमें 2,550 से अधिक कमरे हैं.

कंपनी द्वारा भारत में खड़े किए जाने वाले 135 होटलों में में से अधिकतर क्राउन प्लाजा, हॉलीडे इन और हॉलीडे इन एक्सप्रेस ब्रांडों के होंगे. इनमें से अधिकतर महानगरों और दूसरी श्रेणी के शहरों में होंगे.

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