स्कूल में 9वीं के छात्र को 8वीं के छात्र ने मारा चाकू, मौत
जबलपुर| डेस्कः मध्यप्रदेश के जबलपुर में कक्षा 9वीं के छात्र की स्कूल परिसर में चाकू मारकर हत्या कर दी गई. चाकू मारने वाला छात्र भी उसी स्कूल में कक्षा 8वीं में पढ़ता है.
दो दिन पहले दोनों छात्रों में किसी बात को लेकर विवाद हुआ था. उसके बाद छात्र ने मोबाइल पर जान से मारने की धमकी दी थी.
पुलिस के मुताबिक घटना शहपुरा थाना क्षेत्र के गांव नटवारा का है.
मृतक और आरोपी छात्र नटवारा गांव के सरकारी स्कूल में पढ़ते थे. गुरुवार की शाम 4.30 बजे स्कूल की छुट्टी हुई तो सभी छात्र घर जाने के लिए निकल रहे थे.
कक्षा नौंवी में पढ़ने वाला 16 साल का छात्र रोहित प्रजापति स्कूल परिसर में खड़ा था.
उसी समय 15 वर्षीय आरोपी छात्र चाकू लेकर आया और रोहित के पेट पर चाकू से हमला कर दिया. उसके बाद छात्र वहां से भाग निकला.
स्कूल के शिक्षक छात्र को लहूलुहान हालत में शहपुरा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लेकर आए.
प्राथमिक उपचार के बाद वहां से छात्र को जबलपुर मेडिकल अस्पताल रेफर कर दिया गया.
जबलपुर में शुक्रवार सुबह करीब 11 बजे इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
घटना के बाद दोनों छात्रों के परिजन स्कूल पहुंच गए थे और वहां जमकर हंगामा किया.
वहीं घटना की जानकारी मिलते ही शिक्षा विभाग के अधिकारी स्कूल पहुंचकर मामले की जानकारी ली है.
आरोपी छात्र गिरफ्तार
शहपुरा थाना प्रभारी जितेन्द्र पाटकर ने बताया कि आरोपी नाबालिग छात्र को गिरफ्तार कर लिया गया है.
वारदात में उपयोग किए गए चाकू को भी जब्त किया गया है.
विवाद की असली वजह अभी पता नहीं चल पाया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
मृतक छात्र के परिजनों के बयान भी दर्ज किए जा रहे हैं.
प्रारंभिक विवेचना में पता चला है कि दोनों छात्रों में दो दिन पहले झगड़ा हुआ था.
गुरुवार को लंच से पहले रोहित मैदान में घूम रहा था. उस समय फिर दिनों में विवाद हुआ था. उस समय दोस्तों ने बीच बचाव कर उन्हें शांत करा दिया था.
उसके बाद आरोपी छात्र लंच के समय स्कूल से घर गया था और चाकू लेकर आया था.
छुट्टी के बाद वह स्कूल परिसर में रुक कर रोहित का इंतजार कर रहा था. उसने जैसे ही रोहित को देखा, उसके पेट पर चाकू घोंप दिया.
चाचा-चाची के साथ रहता था छात्र
बताया गया कि मृतक छात्र रोहित के पिता अशोक प्रजापति महाराष्ट्र में रहते हैं. वहां वह मजदूरी का काम करते हैं.
उन्होंने रोहित को पढ़ाई करने के लिए जबलपुर में चाचा-चाची के पास छोड़ा था.
गांव के स्कूल में हुए इस वारदात के बाद पालकों में शिक्षकों के खिलाफ काफी आक्रोश है.
पालकों ने आरोप लगाया है कि शिक्षक समय पर स्कूल नहीं आते.
गुरुवार को दोपहर में छात्रों का विवाद हुआ था, उस समय भी शिक्षक नहीं थे. शिक्षक होते तो यह विवाद नहीं होता और यह नौबत नहीं आती.