केरल में लैंडस्लाइड से 84 की मौत
नई दिल्ली। संवाददाताः केरल के वायनाड में भारी बारिश के चलते लैंडस्लाइड से 84 लोगों की मौत हो गई है.
सैकड़ों लोग मलबे में दबकर घायल हो गए हैं, जिनमें से 116 लोगों को अस्पताल पहुंचाया गया है, वहीं 400 से ज्यादा लोग लापता हैं.
घटना मंगलवार तड़के चार बजे की बताई जा रही है. वायनाड के अलग-अलग चार जगहों पर लैंडस्लाइड हुई है, जिसमें चार गांव मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा बह गए हैं. घर, पुल सड़के गाडियां सहित आदमी बह गए हैं.
एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, नेवी और सेना के जवान रेस्क्यू में जुटे हुए हैं. अब तक 250 से ज्यादा लोगों को बचाया जा चुका है. हालांकि बारिश की वजह से रेस्क्यू टीम को काफी परेशानी हो रही है.
रेस्क्यू के लिए कन्नूर से सेना के 225 जवानों को वायनाड के लिए रवाना किया गया है, जिनमें मेडिकल टीम भी शामिल है. एयरफोर्स के दो हेलिकॉप्टर भी रेस्क्यू ऑपरेशन में लगाए गए हैं.
साल 2019 में भी इन्हीं गांवों मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा में लैंडस्लाइड की घटना हुई थी. उस समय 17 लोगों की मौत हुई थी, वहीं पांच लापता लोगों की आज तक कुछ पता नहीं चल पाया है.
दूसरी ओर मौसम विभाग ने मंगलवार को भी वायनाड, कोझिकोड, मलप्पुरम और कसारागोड़ में बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है. अभी भी वहां तेज बारिश हो रही है.
जानकारी के अनुसार लैंडस्लाइड मंगलवार की सुबह तड़के करीब 2 बजे हुई. इसके बाद सुबह करीब 4.10 बजे दोबारा लैंडस्लाइड हुई.
बचाव कार्य को तेज करने के लिए मुख्यमंत्री ने नौसेना की मदद मांगी थी. इसके बाद एझिमाला से नौसेना की एक टीम पहुंची है.
केरल के राजस्व मंत्री कार्यालय से जानकारी दी गई है कि मरने वालों की संख्या 84 से भी ज्यादा हो सकती है. अब तक कुल 116 घायलों अस्पताल भेजा गया है.
केरल के मुख्य सचिव वी. वेणु का कहना है कि लैंडस्लाइड करीब 2-3 बार हुई. लैंडस्लाइड से घायल होने वाले 16 लोगों को वायनाड के मेप्पाडी में एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन भी इस मामले पर नजर बनाए हुए हैं. उन्होंने कहा कि वायनाड में भूस्खलन के बाद सभी संभावित बचाव कार्यों का समन्वय किया जा रहा है. घटना की जानकारी होते ही सरकारी तंत्र बचाव अभियान में जुट गया है. रेस्क्यू ऑपरेशन में राज्य की सभी सरकारी एजेंसियां लगी हुई हैं.
प्रधानमंत्री ने की मुआवजे की घोषणा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि ‘वायनाड में भूस्खलन की खबर से व्यथित हूं. मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजन को खोया है और जो घायल हुए हैं. मैं उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं.’
उन्होंने केंद्र से हर संभव मदद का आश्वासन दिया. जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को प्रधानमंत्री राहत कोष से 2-2 लाख रुपये मुआवजा देने का भी ऐलान किया है. इसके अलावा घायलों को 50 हजार रुपए देने की घोषणा की है.