बांग्लादेश: झड़पो में 6 मरे,500 घायल
ढाका | एजेंसी: बंगलादेश में सरकार विरोधी प्रदर्शन में 6 लोग शुक्रवार को मारे गये हैं तथा 500 घायल हो गये हैं. गौर तलब है कि यह संघर्ष सरकार विरोधी तथा सत्ताधारी दल के बीच हुए झड़पो के बाद हुई है.
ज्ञात्वय रहे कि चुनाव से पहले निष्पक्ष कार्यवाहक सरकार की मांग को लेकर बेगम खालिदा जिया की बीएनपी के नेतृत्व वाले 18 दलों के गठबंधन ने 25 अक्टूबर को शेख हसीना सरकार का अंतिम दिन बताते हुए अपनी मांग पर दबाव बढ़ाने के लिए शुक्रवार को आंदोलन की अपील की थी.
बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता रुहुल कबीर रिजवी ने कहा, “चांदपुर, काक्स बाजार और नीलफमारी जिलों में पुलिस और सत्ताधारी पार्टी के समर्थकों के हमले में हमारे छह लोगों की मौत हो गई है.”
उन्होंने कहा कि पूरे देश में सैकड़ों कार्यकर्ताओं और नेताओं को हिरासत में लिया गया है. इसके साथ ही 500 नेता तथा कार्यकर्ता घायल भी हुए हैं.
पुलिस और सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं ने इस पर तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की. ढाका और पूरे देश में सैकड़ों बम विस्फोट हुए और वाहनों को जला दिया गया.
बांग्लादेश के कई जिलों में शुक्रवार को झड़पों के समाचार मिले हैं. पुलिस के जवान और सत्ताधारी पार्टी के लोग भी इन संघर्षो में घायल हुए हैं.
उधर, सत्तारूढ़ अवामी लीग सरकार ने बीएनपी पर देश में अराजकता पैदा करने का आरोप लगाया है.
उल्लेखनीय है कि बांग्लादेश में संसद का कार्यकाल 24 जनवरी को खत्म होगा और कार्यकाल खत्म होने से पहले 90 दिन के भीतर चुनाव संपन्न हो जाने चाहिए.
खालिदा जिया
खालिदा जिया बंग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की अध्यक्षा है. वे बंग्लादेश की प्रथम महिला प्रधानमंत्री रही हैं. खालिदा जिया 1991 से 1996 तथा 2001 से 2006 तक बंग्लादेश की प्रधानमंत्री थी.
शेख हसीना
शेख हसीना बांग्लादेश के राष्ट्रपिता मुजीबुर्रहमान की बेटी हैं. उनके पिता,मां और तीन भाई 1975 के स्वतंत्रता संग्राम में मारे गए थे. उस हादसे के बाद भी उन्हें राजनीतिक सफलता आसानी से नहीं मिली. उन्होंने 80 के दशक में बांग्लादेश में जनरल इरशाद के सैनिक शासन के ख़िलाफ़ जो मुहिम छिड़ी, उसके दौरान उन्हें कई बार जेल जाना पड़ा. १९९६ में शेख हसीना ने चुनाव जीता और कई वर्षो तक देश का शासन चलाया. वर्तमान में शेख हसीना बंग्लादेश की प्रधानमंत्री हैं जिनके खिलाफ शेख हसीना संघर्ष चला रही है.