रिश्वत लेते बीईओ-प्राचार्य सहित 5 गिरफ्तार
सरगुजा\बिलासपुर|संवाददाताः एंटी करप्शन ब्यूरो यानी एसीबी की टीम ने शुक्रवार को छत्तीसगढ़ के दो जिलों में रिश्वत लेते हुए बीईओ, प्राचार्य, बाबू सहित 5 लोगों को रंगे हाथों पकड़ा है. एसीबी की टीम सभी 5 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. दोनों ही मामले में कार्रवाई शिक्षकों की शिकायत पर की गई है.
बताया गया कि सीतापुर ब्लॉक के शिक्षक चमर साय पैकरा से एलपीसी और सेवा पुस्तिका देने के एवज में सीतापुर बीईओ मिथलेश सिहं सेंगर, लिपिक राजकुमार पैकरा 25 हजार रुपये की मांग की थी.
मोलभाव करने पर सौदा 15 हजार रुपये में तय हुआ था. रिश्वत की राशि शिक्षक अनुराग बरई के माध्यम से दी जानी थी.
शिक्षक चमर साय रिश्वत देना नहीं चाहता था. इसलिए उन्होंने इसकी शिकायत एसीबी कार्यालय अंबिकापुर में कर दी.
एसीबी की टीम इस शिकायत की पुष्टि कराई. इसके बाद शुक्रवार को एसीबी की टीम कार्रवाई के लिए अंबिकापुर से सीतापुर पहुंची.
योजना के मुताबिक केमिकल लगे 15 हजार रुपए के नोट को शिक्षक ने बीईओ कार्यालय में दिया.
इसी दौरान एसीबी की टीम छापा मारते हुए बीईओ मिथलेश सिंह सेंगर, लिपिक राजकुमार पैकरा और धरमपुर के सहायक शिक्षक अनुराग बराई को धर दबोचा.
जीपीएफ-ग्रेच्यूटी की राशि निकालने मांगी थी रिश्वत
इधर बिलासपुर जिले सेवानिवृत्त प्रधान पाठक से रिश्वत लेते हुए प्राचार्य और बाबू को रंगे हाथों पकड़ा गया है.
बिलासपुर के सरकंडा निवासी सेवानिवृत्त शिक्षक ईश्वर लाल भारती ने एसीबी में शिकायत की थी कि उनकी जीपीएफ की राशि, पेंशन और ग्रेच्यूटी राशि का बिल निकालने के लिए शासकीय उमावि पदमपुर मुंगेली के प्राचार्य राम मेहर और बाबू हनी शर्मा ने 20 हजार रुपए की रिश्वत की मांगी है.
इस शिकायत के सत्यापन के बाद आज बिलासपुर एसीबी की टीम ने छापा मार कार्रवाई की.
जिस समय ईश्वर लाल भारती प्राचार्य राम मेहर और बाबू हनी शर्मा को रंग लगे नोट दे रहा था, उसी समय एसीबी की टीम ने दोनों को घर दबोचा.