बाज़ार

3जी स्पेक्ट्रम का आरक्षित मूल्य बढ़ाया गया

नई दिल्ली | एजेंसी: 3जी स्पेक्ट्रम का आरक्षित मूल्य बढ़ा देने से सरकार को 1लाख करोड़ रुपयों की कमाई होने की उम्मीद है. उल्लेखनीय है कि पिछली यूपीए सरकार 3जी स्पेक्ट्रम का मूल्य तय करने को लेकर सवालों के घेरे में आ गई थी. केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने बुधवार को कहा कि मंत्रिमंडल ने 3जी स्पेक्ट्रम की नीलामी के लिए 3,705 करोड़ रुपये प्रति मेगाहट्र्ज के आधार मूल्य को मंजूरी दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बैठक में भाग लेने के बाद मंत्री ने संवाददाताओं से कहा, “साल 2010 में हुई 3जी नीलामी के दौरान प्रति मेगाहट्र्ज 700 करोड़ रुपये आरक्षित मूल्य तय किया गया था और तत्कालीन सरकार ने नीलामी से प्रति मेगाहट्र्ज 3,350 करोड़ रुपये की कमाई की थी, जो आरक्षित मूल्य का लगभग आठ गुना ज्यादा है.”

उन्होंने कहा, “2100 मेगाहट्र्ज डेटा तथा वीडियो ट्रांसमिशन के लिए बेहद लाभकारी बैंड है. इस बार हमने 3,705 करोड़ आरक्षित मूल्य तय किया है.”

दूरसंचार आयोग ने 3जी स्पेक्ट्रम का आधार मूल्य 3,705 करोड़ रुपये प्रति मेगाहट्र्ज रखने का सुझाव दिया था.

आयोग द्वारा सुझाया गया आधार मूल्य साल 2010 में हुई नीलामी के दौरान कंपनियों ने जो भुगतान किया था, उसका लगभग 11 फीसदी ज्यादा है.

दूरसंचार नियामक प्राधिकरण ने इसके लिए 2,720 करोड़ रुपये प्रति मेगाहट्र्ज करने का सुझाव दिया था, जिससे यह 36 फीसदी ज्यादा है.

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