34 माओवादियों की गिरफ्तारी का दावा
सुकमा | संवाददाता: सुकमा के बुरकापाल में पुलिस ने जिन 40 आदिवासियों को 6 जून को उनके घरों से उठाया था, उनमें से 34 को आज माओवादी बता कर पेश कर दिया गया. एक दिन पहले ही आदिवासी नेता सोनी सोरी के साथ इन आदिवासियों के परिजनों ने प्रेस कांफ्रेस की थी.
उन्होंने कहा था कि अगर इन आदिवासियों को रविवार तक पेश नहीं किया गया तो वे उच्च न्यायालय की शरण लेंगी. लेकिन रविवार को ही पुलिस ने 34 आदिवासियों की गिरफ्तारी का दावा करते हुये उन्हें पेश कर दिया.
सोनी सोरी ने इस प्रेस कांफ्रेंस में आरोप लगाया गया था कि बुरकापाल से 40 आदिवासियों को पुलिस ने पिछले मंगलवार को उनके घरों से उठाया. उसके बाद से वे लापता हैं. आदिवासी नेता सोनी सोरी का कहना था कि पुलिस उनके बारे में कुछ भी जानकारी देने से इंकार कर रही है. सोनी सोरी और दूसरे आप नेताओं ने आरोप लगाया था कि अगर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया है तो उन्हें अदालत में पेश किया जाना चाहिये.
गौरतलब है कि सुकमा ज़िले के बुरकापाल में ही माओवादियों के हमले में सीआरपीएफ के 25 जवान मारे गये थे. इसके बाद से ही पुलिस ने इलाके में सघन अभियान चला रखा है.
रविवार को जिन आदिवासियों को पुलिस ने पेश किया, उनको लेकर पुलिस ने दावा किया है कि ये सभी माओवादियों के साथ कई घटनाओं में शामिल रहे हैं. इनमें से कई को माओवादियों की जनताना सरकार का हिस्सा बताया गया है. पुलिस के अनुसार इन सभी लोगों को विशेष अभियान चला कर माओवादियों के साथ बैठक करते हुये गिरफ्तार किया गया है.