पाक में 17 कैदियों को फांसी
इस्लामाबाद | समाचार डेस्क: पाकिस्तान में मंगलवार को अलग-अलग जेलों में 17 कैदियों को फांसी दी गई. मौत की सजा से पाबंदी हटाए जाने के बाद आज सर्वाधिक संख्या में कैदियों को फांसी दी गई है. गुजरांवाला केंद्रीय कारागार में तीन कैदियों को, मुल्तान केंद्रीय कारागार में एक को और मच्छ कारागार में दो को फांसी दी गई.
फैसलाबाद केंद्रीय कारागार में तीन कैदियों को फांसी दी गई, जिनमें से दो 1998 में तीन व्यक्तियों की हत्या के दोषी पाए गए थे, जबकि एक 2004 में सात लोगों की हत्या का दोषी था.
सियालकोट जिला कारागार में एक लड़की के यौन उत्पीड़न के मामले में 1999 में दोषी पाए गए दो कैदियों को फांसी दी गई.
समाचार चैनल जियो न्यूज के मुताबिक, दो कैदियों को लाहौर केंद्रीय कारागार में फांसी दी गई.
साहीवाल केंद्रीय कारागार में एक कैदी को फांसी दी गई, वहीं गुजरात जिले के एक जेल में एक कैदी को फांसी दी गई.
पाकिस्तान ने 10 मार्च को देश में मृत्युदंड पर लगे प्रतिबंध को हटा लिया था.
पाकिस्तान में बीते साल 16 दिसंबर को एक सैन्य स्कूल में हुए आतंकवादी हमले के बाद शुरुआत में सिर्फ आतंकवाद से जुड़े मामलों के लिए मृत्युदंड पर से प्रतिबंध हटाया गया था, जिसमें 150 लोगों की जानें गई थीं, लेकिन अब सभी बड़े आपराधिक मामलों के लिए मृत्युदंड पर लगी रोक हटा दी गई है.