कोरिया के 17 खरीदी केन्द्रों से 15395 क्विंटल धान गायब
बैकुंठपुर|संवाददाताः छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले के 17 उपार्जन केन्द्रों से 15395 क्विंटल धान गायब होने का मामला सामने आया है. गायब धान की कीमत करीब 3.36 करोड़ रुपये आंकी गई है. इस मामले में अब गड़बड़ी करने वाले उपार्जन केन्द्रों से गायब धान की कीमत रिकवरी के रूप में वसूली करने की तैयारी की जा रही है. इसके लिए समितियों को नोटिस जारी किया जाएगा.
इस मामले में प्रभारी सहायक पंजीयक सहकारिता जयपाल एक्का का कहना है कि धान कम निकलने पर इन समितियों ने अपना पक्ष रखते हुए कलेक्टर कार्यालय में रिकवरी माफ करने आवेदन लगाया था. जिसे खारिज कर दिया गया है. अब इन केन्द्रों से सहकारी बैंक के माध्यम से रिकवरी की जाएगी. वहीं नोडल अधिकारी जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक बैकुंठपुर का कहना है कि हमने इसकी जानकारी हेडक्वार्टर को भेजी है. रिकवरी को लेकर हेडक्वार्टर से नोटिस जारी किया जाएगा.
कोरिया जिले में पिछले साल खरीफ विपणन सीजन 2023-24 में जिले के 22 धान खरीदी केन्द्रों में समर्थन मूल्य पर 1242653.20 क्विंटल धान खरीदी हुई थी. लेकिन धान उठाव के बाद खाद्य और जिला विपणन विभाग के रिकार्ड में 15394,72 क्विंटल धान काम पाया गया. विभाग ने जांच की तो पता चला कि कमी जिले के 17 उपार्जन केन्द्रों में हुई है. मात्र पांच खरीदी केन्द्रों से 100 फीसदी उठाव हुआ था. खरीदी केन्द्र गिरजापुर, छिंदिया, पटना, पोड़ी और अकलासरई से ही शत-प्रतिशत उठाव हुआ था.
इन समितियों में हुई गड़बड़ी
बाकी समिति जहां धान का शॉर्टेज हुआ उसमें चिरमी से 688.10 क्विंटल, बंजारीडांड़ से 389.35 क्विंटल, छिंदडांड़ केन्द्र से 421.32 क्विंटल, जामपारा से 476.09 क्विंटल, जिल्दा से 506.33 क्विंटल, रतनपुर से 387.85 क्विंटल, झरनापारा केन्द्र से 416.00 क्विंटल, तरगवां से 734.20 क्विंटल, धौराटिकरा से 734.20 क्विंटल, बड़ेकलुआ से 703.60 क्विंटल, बैमा से 826.09 क्विंटल, कडौसी , 892.97 क्विंटल, रामगढ़ से 1225. 00 क्विंटल, सरभोका केन्द्र से 824.20 क्विंटल, सलबा से 1016.32 क्विंटल, कटगोड़ी से 4383.48 क्विंटल और सोनहत केन्द्र से 1145.90 क्विंटल धान कम पाई गई थी. इस प्रकार सभी केन्द्रों से कुल 15394.72 क्विंटल धान कम पाई गई थी.
कलेक्टर ने की अर्जी खारिज
मामला उजागर होने के बाद विपणन विभाग ने इन कन्द्रों में बड़ी मात्रा में गड़बड़ी की आशंका जताई थी. इसके बाद इन केन्द्रों के समिति प्रबंधकों ने सुखद एवं धान उठाव में विलंब होने के कारण बारिश में भिंगने की वजह से धान खराब होना बताया था. साथ ही कलेक्टर के पास रिकवरी माफ करने की मांग करते हुए अर्जी लगाई थी. जिसे कलेक्टर ने खारिज करते हुए जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित अंबिकापुर को रिपोर्ट भेजी थी और इन केन्द्रों से वसूली का आदेश दिया था.