सूरजपुर में 12वीं की छात्रा का अपहरण कर गैंगरेप
सूरजपुर| संवाददाताः छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में प्रधान आरक्षक की पत्नी और बेटी की हत्या का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ है, इसी बीच जिले में एक बारहवीं की छात्रा के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया है. आरोपी छात्रा का अपहरण कर उसे जंगल में ले गये, जहां सामूहिक दुष्कर्म किया है. इधर घटना के बाद मुख्य आरोपी का शव भी फांसी के फंदे पर लटकता हुआ मिला है.
दूसरी ओर पीड़ित छात्रा के परिजनों ने पुलिस पर एफआईआर नहीं लिखने का आरोप लगाया है.परिजनों का आरोप है कि रिपोर्ट समय पर दर्ज नहीं करने के कारण पीड़िता को उपचार मिलने में देरी हुई.
पुलिस के मुताबिक घटना रामानुजनगर थाने की है. यहां के एक गांव की 12वीं की छात्रा अपनी सहेलियों के साथ दशहरा कार्यक्रम देखने श्रीनगर कस्बे में गई थी.
रावण दहन के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम देखते वक्त पीड़ित छात्रा को, कक्षा 9वीं और 10वीं में सहपाठी रहा युवक कांता सिंह मिला.
दोनों बातचीत कर रहे थे, इसी दौरान छात्रा ने युवक से पानी मांगा.
परिजनों का कहना है कि युवक पानी लाने दुकान गया और पानी की बोतल में कुछ मिला कर छात्रा को दे दिया.
पानी पीने के बाद छात्रा को नींद आने लगी. जिसे देख छात्रा की सहेलियां उसे घर छोड़ने जा रहे थीं.
इस बीच युवक कांता वहां पहुंच गया और कहा कि वह उसे घर छोड़ देगा. इसके बाद युवक बाइक में बैठाकर छात्रा को अपने साथ ले गया.
युवक उसे घर छोड़ने के बजाय गांव से बाहर जंगल ले गया. कुछ देर में वहां उसके 5 और साथी पहुंच गए. सभी ने मिलकर छात्रा से दुष्कर्म किया.
इसके बाद आरोपियों ने छात्रा के साथ जमकर मारपीट भी की. उसका गला दबा कर मारने की कोशिश की. छात्रा के बेहोश होने पर उसे मरा समझ कर सभी आरोपी भाग निकले.
पुलिस पर रिपोर्ट नहीं लिखने का आरोप
छात्रा के रात भर घर नहीं लौटने पर परिजनों ने उसकी खोजबीन शुरू की.
अगले दिन सुबह छात्रा किसी तरह घर पहुंची और घटना के संबंध में परिजनों को बताया.
दूसरे दिन सोमवार को परिजन छात्रा को लेकर पुलिस थाना रामानुजनगर रिपोर्ट लिखाने पहुंचे.
परिजनों का कहना है कि थाने में पुलिस ने रिपोर्ट नहीं लिखी. वहीं पुलिस का कहना है कि छात्रा ने उन्हें सिर्फ मारपीट की जानकारी दी थी. उसी आधार पर कांता सिंह के खिलाफ मारपीट का अपराध दर्ज किया गया है.
पुलिस का कहना है कि अब छात्रा और उसके परिजन अंबिकापुर जाकर गैंगरेप की जानकारी दे रहे हैं. अब उसी आधार पर मामले की जांच कराई जाएगी और रिपोर्ट मिलने पर कार्रवाई की जाएगी.
पीड़ित छात्रा के परिजनों ने यह भी बताया कि छात्रा के उपचार के लिए पहले श्रीनगर गए, उसके बाद सूरजपुर अस्पताल पहुंचे. जहां पुलिस रिपोर्ट नहीं होने के कारण अस्पताल में उपचार नहीं किया गया.
इसके बाद मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर गए, वहां भी उपचार नहीं हुआ.
सिंहदेव के कहने पर शुरू हुआ इलाज
इस बीच घटना की जानकारी पूर्व उपमुख्यमंत्री टी. एस. सिंहदेव को हुई.
उन्होंने आईजी अंकित गर्ग को फोन किया. इसके बाद पुलिस ने छात्रा की शिकायत लिखी और पीड़ित छात्रा का उपचार शुरू हुआ.
सिंहदेव ने मेडिकल कॉलेज के डीन से बातकर छात्रा के इलाज के संबंध में जानकारी ली है.
दूसरी ओर कांग्रेस ने आरोपियों की जल्द गिरफ्तार की मांग की है.
तीन दिनों के अंदर आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर कांग्रेस ने आंदोलन की चेतावनी दी है.