1.63 लाख लाड़ली बहनों को नहीं मिलेगा पैसा
भोपाल|डेस्कः मध्यप्रदेश की मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना की 1 लाख 63 हजार महिलाओं का नाम सूची से हटा दिया गया है.
इन महिलाओं की उम्र 60 साल से अधिक हो चुकी है. जिसके चलते महिला और बाल विकास विभाग ने उन्हें अपात्र घोषित कर दिया है.
इन महिलाओं को जनवरी माह में मिलने वाली 1250 रुपए की किश्त नहीं मिलेगी.
लाडली बहना योजना मध्य प्रदेश सरकार की महत्वकांक्षी योजनाओं में से एक है.
इस योजना की शुरुआत प्रदेश के पूर्व सीएम द्वारा की गई थी. 10 जनवरी को इस योजना की 20वीं किस्त जारी की जाएगी.
हालांकि 1 लाख 63 हजार महिलाओं को अपात्र घोषित करने के बाद भी 1.26 करोड़ महिलाओं को इस माह 1250 रुपए की राशि प्राप्त होगी.
इससे पहले 11 दिसंबर 2024 को 1.28 करोड़ महिलाओं के खातों में कुल 1572 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए गए थे.
ये ले सकते हैं योजना का लाभ
मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना का लाभ लेने के लिए महिला या लड़की की उम्र 01 जनवरी 1963 के बाद और 01 जनवरी 2000 के पहले हुआ हो.
साथ ही परिवार की वार्षिक आय 2.5 लाख रुपए से अधिक नहीं होना चाहिए.
इसके अलावा महिला या उसके परिवार में कोई ऐसा सदस्य ना हो, जो आयकर दाता हो.
परिवार का कोई अन्य सदस्य केंद्र या राज्य सरकार के किसी विभाग में नौकरी ना करता हो.
पात्र हितग्राही के परिवार में कोई सदस्य सांसद, विधायक या जनप्रतिनिधि नहीं होना चाहिए.
वहीं महिला के पास एक एकड़ से अधिक जमीन नहीं होनी चाहिए.
पूर्व बीजेपी सरकार ने शुरू की थी योजना
मध्यप्रदेश की पूर्व बीजेपी सरकार ने विधानसभा चुनाव के कुछ माह पहले ही मई 2023 में लाड़ली बहना योजना लागू की थी.
जून 2023 में योजना की पहली किस्त के रुप में 1000 रुपए की राशि महिलाओं के खाते में डाली गई थी.
इस बार के विधानसभा चुनाव में इस राशि को बढ़ा कर 1250 रुपए किया गया था.
लाडली बहना योजना शुरू होने के बाद से अब तक राज्य सरकार द्वारा 20वीं किस्त जारी होने जा रही है.
जब योजना शुरू हुई थी तो कुल 1 करोड़ 31 लाख 35 हजार 985 आवेदन आए थे.
इसके बाद 2 लाख 18 हजार 858 नाम आपत्तियों को आधार बनाकर काटे गए थे.
जिसके बाद यह संख्या 1 करोड़ 29 लाख 5 हजार 457 रह गई थी. अब यह संख्या एक करोड़ 26 लाख हो गई है.
कमलनाथ ने भाजपा पर कसा तंज
लाड़ली बहनों के नाम योजना से काटने पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए कहा है कि मध्य प्रदेश में लाड़ली बहनों से सीएम मोहन यादव सरकार की धोखाधड़ी जारी है. ऐसा लगता है जैसे भाजपा लाड़ली बहना योजना समाप्त करना चाहती है.
उन्होंने कहा है कि चुनाव से पहले जो भाजपा लाड़ली बहनों को 3 हजार रुपए प्रतिमाह देने का वादा कर रही थी. वहीं भाजपा अब सम्मान राशि बढ़ाने की जगह लगातार लाड़ली बहनों की संख्या घटाने में लगी है.
उन्होंने कहा कि जिन महिलाओं की उम्र योजना में शामिल होने के लिए पात्र बन गई है उनका नया क्यों जोड़े नहीं जा रहे हैं. सच्चाई तो यह है कि सरकार षड्यंत्र रचकर महिलाओं को लाड़ली बहना योजना से बाहर कर रही है और धीरे-धीरे इस योजना को समाप्त कर देना चाहती है.