बाज़ार

खनन घोटाले की जांच तेज

पणजी | एजेंसी: कर्नाटक, सीम्रांध्रा तथा तमिलनाडु में खनने घोटाले की जांच तेज होगी. गौरतलब है कि केंद्रीय जांच ब्यूरो और प्रवर्तन निदेशालय इसके लिये काम करना शुरु कर दिया है. सीबीआई सीमांध्र और कर्नाटक में खनन घोटाले की जांच कर रही है.

जांच एजेंसी ने गोवा सरकार को सूचित किया है कि इन दो राज्यों से बड़ी मात्रा में निकाला गया लौह अयस्क पश्चिमी राज्य से निर्यात किया गया और इसीलिए जांच की दरकार है.

प्रवर्तन निदेशालय ने सोमवार को गोवा के खनन घोटाले में खनन कंपनियों, सरकारी अधिकारियों की भूमिका के साथ ही साथ राजनेताओं की संलिप्तता की जांच शुरू कर दी. सर्वोच्च न्यायालय द्वारा नियुक्त न्यायिक आयोग ने इस राज्य में 35000 करोड़ रुपये का घोटाला होने का आकलन किया है.

सीबीआई के संयुक्त निदेशक, हैदराबाद एस. अरुणाचलम ने एक औपचारिक पत्र भेज कर गोवा सरकार को सूचित किया है कि एजेंसी गोवा में जांच शुरू करने जा रही है.

संघीय जांच एजेंसी इस बात की जांच में जुटी है कि किस तरह गैरकानूनी लौह अयस्क आंध्र प्रदेश और कर्नाटक से निकाल कर करवार, न्यू मंगलोर, कृष्णापट्टणम, काकीनाड़ा, विशाखापट्टनम, एन्नोर और चेन्नई जैसे बंदरगाहों से निर्यात किए गए.

अरुणाचलम ने कहा कि एजेंसी अब दोनों राज्यों से गैरकानूनी रूप से उत्खनित लौह अयस्क के निर्यात में गोवा के पणजी और मोर्मुगाओ बंदरगाहों की संलिप्तता और अधिकारियों व खनन संचालकों की भूमिका की जांच करेगी.

गोवा में खनन घोटाले की जांच गोवा पुलिस की विशेष जांच टीम भी कर रही है.

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