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कोपेनहेगन गोलीबारी ‘दर्दनाक’: अमरीका

वाशिंगटन | समाचार डेस्क: अमरीका ने डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन में हुई गोलीबारी की निंदा करते हुए जांच में मदद देने का प्रस्ताव रखा है. डेनमार्क पुलिस द्वारा आशंका व्यक्त की जा रही है कि आतंकवादी कार्टूनिस्ट लार्स विल्क्स को निशाना बनाना चाहते थे. वहीं रविवार को हुए दूसरे हमलें में एक व्यक्ति की जान चली गई है. व्हाइट हाउस ने शनिवार को डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन में हुई गोलीबारी की घटनाओं को ‘दर्दनाक’ करार दिया और दोहरे हमले की जांच में मदद करने का संकल्प लिया. इस घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई है.

राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की प्रवक्ता बर्नाडेट मीहन ने बयान जारी कर कहा, “अमरीका कोपेनहेगन में हुई दर्दनाक घटना की निंदा करता है.”

उन्होंने पहले हमले में एक व्यक्ति के मारे जाने की घटना पर संवेदना जाहिर की.

मीहन ने कहा, “हम हमारे डेनमार्क के समकक्षों के संपर्क में है और जांच में किसी भी तरह की सहायता देने के लिए बिल्कुल तैयार खड़े हैं.”

सांस्कृतिक केंद्र में शनिवार दोपहर को हुई गोलीबारी में तीन पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं. इस केंद्र में ‘कला, ईशनिंदा व अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता’ विषय पर चल रही बैठक में फ्रांस के राजदूत फ्रांस्वा जिमेरी और स्वीडेन के कार्टूनिस्ट लार्स विल्क्स शिरकत कर रहे थे.

पुलिस ने रविवार तड़के बयान जारी कर बताया कि कोपेनहेगन के उपासनागृह के नजदीक हुए दूसरे हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई और दो पुलिसकर्मी घायल हो गए.

पुलिसकर्मियों को संदेह है कि बंदूकधारियों ने विल्क्स को निशाना बनाया था, जिसके द्वारा पैगंबर मोहम्मद के बनाए गए आपत्तिजनक कार्टून से धार्मिक रोष पैदा हो गया था.

डेनमार्क की प्रधानमंत्री हेले थॉर्निंग-श्मिड्ट ने गोलीबारी की घटना को आतंकवादी कृत्य करार दिया है.

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