रायपुर

बालोद संग्रहण केंद्रों में सड़ रहा धान

बालोद | संवाददाता: बालोद जिले के प्रमुख धान संग्रहण केंद्र जगतरा में गत वर्ष का लगभग 20 हजार क्विंटल धान पड़ा हुआ है, जिसमें से लगभग 10 हजार क्विंटल धान सडऩे की आशंका है.

केंद्र से समय पर धान न उठने, असमय बारिश व दीमक के कारण धान खराब हो रहे हैं. प्रशासन को भी इस बात की जानकारी होने के बावजूद उक्त धान संग्रहण केन्द्रों से धान को उठवाए जाने के लिए कोई कारगार कदम नहीं उठाए.

इस संबंध में डीएम ओ बालोद, आर. एस यादव ने कहा कि मिलर्स को धान उठाने निर्देशित कर दिया गया है. सोमवार से जगतरा, मालीघोरी, फुंडाभांठा केंद्र से धान परिवहन शुरू हो जाएगा.

किसानों के खेतों से नये धान फसल का उपार्जन होना पिछले एक माह से चालू हो गया है, वहीं जिले के 69 धान खरीदी केन्द्रों में नये धान की खरीदी की शुरूवात हो चुकी है. गत वर्ष के करोड़ों रूपये के धान अब तक को संग्रहण केन्द्रों में पड़े हैं उनको अब तक राईस मिलरों को देकर खत्म नहीं किया जा सका है. अब नये धान आने के बाद राईस मिलर नये धान को मिलिग के लिए लेंगे.

ऐसे में संग्रहण केन्द्रों में पड़े करोड़ों रूपये पुराने धान खराब हो रहे हैं. उसका क्या होगा, यह देखने वाला कोई नहीं है.

नई फसल की खरीदी चालू धान की नई फसल की खरीदी सोसायटियों में चालू हो चुकी है, वहीं धान संग्रहण केंद्र खाली नहीं होने से सोसायटियों में धान जाम पड़ा है. खरीदी शुरू हुए एक माह से ज्यादा दिन हो गए हैं लेकिन एक बोरा धान का भी परिवहन नहीं हुआ है.

समिति प्रबंधक व अध्यक्ष इस बार आशंकित हैं कि धान का नुकसान हुआ तो समिति को भरपाई करनी पड़ सकती है. 109 केंद्रों के माध्यम से अब तक 4 लाख क्विंटल धान की खरीदी हो चुकी है.

पहले पुराने धान मिलरों को दिए जाएंगे जिले के 69 सोसायटी के तहत 109 उपार्जन केंद्रों से खरीदे गए धान का परिवहन शुरू किया जाएगा. सोसायटी के धान को ही पहले चरण में मिलर्स उठाएंगे. इसके बाद शेष धान को
मार्कफेड द्वारा जगतरा, मालीघोरी, फुंडाभाठा संग्रहण केंद्र तक परिवहन कराया जाएगा.

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