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भारत में न्याय नहीं मिलेगा: माल्या

नई दिल्ली | समाचार डेस्क: विजय माल्या ने ट्वीट किया कि भारत में निष्पक्ष जांच तथा सुनवाई का मौका नहीं मिलेगा. इससे पहले उन्होंने राज्यसभा से अपना इस्तीफा भेज दिया है. उन्होंने ट्वीट किया है-

उन्होंने भारतीय मीडिया से खुद को दोषी करार दिये जाने से पहले जांच तथा तथ्यो की पुष्टि कर लेने को कहा है. उनका ट्वीट है-

विजय माल्या के ट्वीट से जाहिर है कि वे भारत आने का कोई इरादा नहीं रखते हैं तथा लंदन से ही इस मामलें को सुलझा लेना चाहते हैं. उधर, उनके राज्यसभा से इस्तीफे के बाद कयास लगाये जा रहे हैं कि उनकी गिरफ्तारी हो सकती है. विदेश मंत्रालय ने उनका पासपोर्ट पहले ही रद्द कर दिया है. राज्यसभा सदस्य के रूप में माल्या का यह दूसरा कार्यकाल था. कर्नाटक से राज्यसभा के स्वतंत्र सदस्य माल्या ने अपना इस्तीफा राज्यसभा के सभापति हामिद अंसारी को भेजा है. सभापति से जुड़े एक सूत्र ने यह जानकारी दी.

माल्या ने राज्यसभा की आचार समिति के अध्यक्ष डॉ. कर्ण सिंह को भी पत्र भेजा है.

राज्यसभा की आचार समिति ने माल्या की सदस्यता समाप्त करने की सिफारिश की थी. समिति ने माल्या को जवाब देने के लिए एक सप्ताह का वक्त दिया था जो मंगलवार को समाप्त हो रहा था.

माल्या के मुद्दे पर आचार समिति की बैठक के बाद अध्यक्ष डॉ. कर्ण सिंह ने कहा था, “हम सर्वसम्मति से इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि विजय माल्या की राज्यसभा सदस्यता समाप्त कर दी जाए.”

माल्या का इस्तीफा समिति की बैठक के एक दिन पहले आया. मंगलवार को होने वाली इस बैठक में माल्या को राज्यसभा से निकाले जाने पर मुहर लगनी थी.

सूत्रों ने कहा कि माल्या ने पत्र में खुद को निर्दोष बताया है.

60 वर्षीय माल्या के विरुद्ध एक भारतीय अदालत ने पिछले सप्ताह गिरफ्तारी वारंट जारी किया था.

देश में विभिन्न बैंकों का 9,000 करोड़ रुपये ऋण चुकाने में असफल रहे उद्योगपति विजय माल्या इन दिनों ब्रिटेन की हर्टफोर्डशायर काउंटी में 1.5 करोड़ डॉलर के बंगले में रहते हैं. उन्होंने बैंकों के इस ऋण का एक हिस्सा चुकाने की बात कही थी.

संसद सूत्रों के मुताबिक राज्यसभा में लगभग 10 सालों तक सांसद रहने के बावजूद माल्या ने अपनी संपत्तियों का मूल्य ‘शून्य’ दिखाया था. माल्या का राज्यसभा का कार्यकाल 30 जून को समाप्त होने वाला था.

विदेश मंत्रालय ने हाल में ही माल्या का पासपोर्ट रद्द कर दिया, जिसके बाद उन्हें स्वदेश भेजने की संभावना बढ़ गई है.

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