राष्ट्र

हाफिज से मुलाकात साधारण बात-वैदिक

नई दिल्ली | समाचार डेस्क: वेदप्रताप वैदिक ने हाफिज सईद से अपनी मुलाकात को साधारण बात कहा है.एक पत्रकार की हैसियत से की गई मुलाकात घोषित किया है. पत्रकार वेदप्रताप वैदिक हालांकि अभी तक वह साक्षात्कार सार्वजनिक नहीं कर पाये हैं, जिसके लिये वे कथित रुप से पाकिस्तान के लाहौर जा कर हाफिज सईद से मिले थे.

देश भर में हुये हंगामे के बीच वेदप्रताप वैदिक ने कहा कि वह किसी के दूत नहीं है बल्कि स्वयं के दूत हैं. हाफिज से अपनी मुलाकात को सही बताते हुए उन्होंने कहा कि वह हर तरह के लोगों से मुलाकात करते हैं और यह उनके लिए साधारण बात है. उन्होंने कहा कि दशकों से पाकिस्तान के पत्रकार मुझे जानते हैं. उन्होंने मुझे सईद से मुलाकात का यह अवसर देने की पेशकश की और मैंने कहा कि ठीक है, मैं उनसे मिलूंगा. मेरे लिए यह कोई बड़ी बात नहीं है. यह एक साधारण सी बात है. मेरे लिए यह एक सामान्य बैठक थी. मैं नेपाल के माओवादियों, अफगानिस्तान के तालिबान से मिलता रहा हूं.

गौरतलब है कि पत्रकारों और नेताओं के एक समूह के साथ पाकिस्तान की यात्रा पर गए वैदिक ने लाहौर में दो जुलाई को जमात-उद-दावा के प्रमुख से मुलाकात की थी. जमात-उद-दावा को आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का मुख्य संगठन माना जाता है. इन पत्रकारों और नेताओं को पाकिस्तान के एक शांति शोध संस्थान ने आमंत्रित किया था.

बाबा रामदेव के अघोषित राजनीतिक सलाहकार के तौर पर काम करने वाले वेद प्रताप वैदिक के इस प्रसंग पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने सवाल उठाया है कि क्या वैदिक राजग सरकार या प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निजी दूत के रूप में सईद से मिले हैं, वैदिक ने ट्वीट किया, यदि वे इसे संसद में उठाते हैं, तो यह अच्छा है, क्योंकि इससे न चाहते हुए भी मुझे पब्लिसिटी मिलेगी. लेकिन इससे कुछ निकलने वाला नहीं है.

दूसरी ओर बाबा रामदेव ने वैदिक के बचाव में उतरते हुए कहा कि इस वरिष्ठ पत्रकार ने संभवत: इस अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी का ह्दय परिवर्तन करने का प्रयास किया होगा. रामदेव ने कहा कि वह एक वरिष्ठ पत्रकार हैं और यदि किसी भी संदर्भ में वह किसी से मिलते हैं तो इसके पीछे जरूर कुछ कारण होगा. हालांकि वह बड़ा कारण क्या है, यह बात अब तक सामने नहीं आ पाई है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!