छत्तीसगढ़

नव गठित जिलों में स्टेडियम

रायपुर । छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा है कि राज्य के सभी नौ नये जिलों के मुख्यालयों में खिलाड़ियों के लिए सभी सुविधाओं से सुसज्जित स्टेडियमों का निर्माण किया जाएगा. नवगठित जिलों के मुख्यालय गरियाबंद, बलौदाबाजार, बेमेतरा, बालोद, बलरामपुर, सूरजपुर, मुंगेली, कोण्डागांव और सुकमा में इसके लिए चालू वित्तीय वर्ष 2013-14 के बजट में प्रावधान कर दिया गया है.

अगले एक-डेढ़ वर्ष के भीतर इनका निर्माण पूर्ण करने का लक्ष्य है. मुख्यमंत्री आज यहां नवीन विश्राम भवन के सभाकक्ष में छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ की कार्यकारिणी की बैठक के बाद संघ की सामान्य सभा की वार्षिक बैठक को सम्बोधित कर रहे थे.

उन्होंने कहा कि राज्य में खेल संघों और खिलाड़ियों की मेहनत से तथा प्रदेश सरकार की खेल नीति के सफल क्रियान्वयन से विगत पांच वर्ष में खेल गतिविधियों के लिए उत्साहजनक वातावरण का निर्माण हुआ है. मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि राज्य में अगले पांच वर्ष में सबके सहयोग से राज्य में इस दिशा में और भी बेहतर कार्य होंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि हॉकी, बास्केट बाल, बेडमिन्टन, टेनिस, तैराकी, एथलेटिक्स, फेसिंग, निशानेबाजी आदि कई खेलों में हमारे प्रदेश के खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय स्पर्धाओं में शामिल होकर राज्य का नाम रौशन किया है.

रमन सिंह ने इसके लिए छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ से सम्बद्ध सभी संबंधित खेल संघों और खिलाड़ियों को बधाई दी. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार अपनी खेल नीति के अनुरूप प्रदेश में सभी खेलों को बढ़ावा देने के हरसंभव प्रयास कर रही है. खिलाड़ियों के लिए अच्छे मैदान भी विकसित किए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि राजनांदगांव तथा रायपुर में हॉकी के लिए एस्ट्रोटर्फ मैदान का निर्माण भी तेजी से पूर्णता की ओर है. इन दोनों मैदानों को अच्छे खेल परिसर के रूप में विकसित किया जा रहा है, जहां हॉकी सहित लगभग आधा दर्जन खेलों के लिए सभी प्रकार की जरूरी सुविधाएं रहेंगी. मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य शासन द्वारा उत्कृष्ट खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने के लिए उन्हें सरकारी नौकरियों में प्राथमिकता दी जा रही है. पुलिस भर्ती में भी उत्कृष्ट खिलाड़ियों को वरीयता देने का निर्णय लिया गया है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरगुजा में पिछले महीने फुटबाल अकादमी की स्थापना हो चुकी है, जहां इस समय 40 बच्चे प्रशिक्षण ले रहे हैं. ये बच्चे आगे चलकर फुटबाल के कुशल खिलाड़ी बनेंगे और देश-विदेश की स्पर्धाओं में शामिल होकर छत्तीसगढ़ का भी नाम रोशन करेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि वास्तव में किसी भी खेल का कोई भी खिलाड़ी एक दिन में या रातों-रात तैयार नहीं होता. इसके लिए लगातार कई महीनों और वर्षों की मेहनत लगती है. डॉ. सिंह ने प्रसन्नता जताई कि छत्तीसगढ़ में विभिन्न खेलों के खिलाड़ी उनके प्रशिक्षक अच्छी मेहनत कर रहे हैं.

खेल संघों ने राष्ट्रीय स्तर के कई अच्छे आयोजन भी किए है और सभी आयोजन काफी सराहनीय और कामयाब रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कार्यकारिणी की बैठक छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ की स्मारिका का भी विमोचन किया. इसके पहले मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में कार्यकारिणी की बैठक में विभिन्न खेल संघों के पदाधिकारियों ने अपने-अपने संघों की गतिविधियों और भावी योजनाओं की जानकारी दी. उन्होंने कई सुझाव भी दिए. खेल और युवा कल्याण मंत्री सुश्री लता उसेंडी ने भी सामान्य सभा की बैठक को सम्बोधित किया.

छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ के महासचिव बलदेव सिंह भाटिया ने संघ के वर्ष 2012-13 का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया. इस मौके पर छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष सुभाष राव, विधायक कुलदीप सिंह जुनेजा, पुलिस महानिदेशक और छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ के उपाध्यक्ष रामनिवास, उपाध्यक्ष और भारतीय ओलंपिक संघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य विक्रम सिसोदिया और विभिन्न खेल संघो के अध्यक्ष तथा अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.

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