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सेक्स वर्कर्स पहचानेंगी असली-नकली नोट

कोलकाता | संवाददाता:शहर में मौजूद एशिया के सबसे बड़े रेड लाइट एरिया सोनागाछी की यौनकर्मी ग्राहकों से मिल रहे नकली नोटों से परेशान हैं. नकली नोटों की पहचान नहीं होने के कारण इन यौनकर्मियों को पता ही नहीं चल पाता है कि ग्राहक द्वारा उन्हें दिया गया नोट असली है या नकली. कई बार कम रोशनी का फायदा उठा कर भी ग्राहक नकली नोट थमा कर चल देते हैं.

इन यौनकर्मियों को ये जानकारी तब ही मिल पाती है जब ये अपना पैसा बैंक जमा कराने जाती हैं. इन सेक्सवर्कर्स को 500 और 1000 के नकली नोट बड़ी संख्या में मिल रहे हैं. नकली नोट मिलने की घटनाओं में पिछले कुछ महीनों में बढ़ोत्तरी हुई है.

अब इन यौनकर्मियों को इस परेशानी से बचाने के लिए दरबार महिला समन्वय समिति नामक एक एनजीओ सामने आया है. अब इस एनजीओ ने इन यौनकर्मियों को असली और नकली नोटों में फर्क करना सिखाने की बीड़ा उठाया है.

यह एनजीओ इन यौनकर्मियों को नकली नोट पहचानने की ट्रेनिंग दे रही है जो कि काफी कारगर साबित हो रही है. सोनागाछी की इन सेक्स वर्कर्स का कहना है कि ट्रेनिंग मिलने के बाद से वो मालूम कर सकती हैं कि नोट असली है या नकली जिसके बाद से नकली नोटों की संख्या में गिरावट आई है.

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