कलारचना

न AK-47 रखते, न जेल जाते, न 18 किलो वजन घटता

मुंबई | मनोरंजन डेस्क: काश संजय दत्त ने 1993 में AK-47 बंदूक रखी होती, न ही उन्हें जेल जाना पड़ता और नही 18 किलोग्राम वजन घटने का झंझट होता. आराम से बालीवुड में शूटिंग करते रहते तथा फिल्म ‘पीके’ देखते. 1993 में मुंबई बम धमाकों केसमय AK-47 रखने के जुर्म में संजय दत्त को 5 माह की जेल की सजा हुई तथा 2013 में अदालत के आदेश के बाद उन्हें जेल जाना पड़ा. संजय दत्त ने अभी तक 18 माह के जेल की सजा पूरी कर ली है जिसमें उनका वजन 18 किलोग्राम घट गया है. संजय दत्त को अभी 42 माह की सजा और काटनी है. यदि 42 माह की सजा के दौरान उनका वजन 42 किलोग्राम और कम हो गया तो क्या होगा? यरवदा केंद्रीय कारागार प्रशासन द्वारा बुधवार को दो सप्ताह के लिए रिहा किए गए अभिनेता संजय दत्त यहां घर पहुंच गए हैं. उन्होंने कहा है कि उनका काफी वजन घट गया है. मुंबई घर लौटकर संजय दत्त् ने संवाददाताओं को अपना बनियान उठाकर दिखाया कि उनका 8 पैक अभी बरकरार है. उल्लेखनीय है कि जेल की रोटी खाने के बाद हड्डियां दिखने के पहले 8 पैक दिखा करता है.

सफेद शर्ट में चुस्त दिख रहे दत्त ने यहां अपने आवास पर पहुंचने के बाद संवाददाताओं से बातचीत की.

उन्होंने कहा, “मेरा 18 किलोग्राम वजन घटा है. अब यदि इससे आगे मेरा वजन घटा तो मैं साफ हो जाऊंगा.”

संजय दत्त इस समय पांच वर्ष कारावास की सजा काट रहे हैं, जिसमें से 18 महीने की अवधि पूरी हो चुकी है.

इसके पहले उन्हें चिकित्सा के आधार पर अक्टूबर 2013 में 28 दिनों के लिए रिहा किया गया था. उसके बाद दिसंबर 2013 में भी चिकित्सा आधार पर 28 दिनों के लिए उन्हें रिहा किया गया था, क्योंकि उनकी पत्नी मान्यता बीमार थीं और उन्हें उनकी देखरेख करनी थी.

पत्नी की लंबी बीमारी के कारण दत्त ने जनवरी महीने में एक बार फिर 28 दिनों की पैरोल मांगी थी. उनके द्वारा बार-बार पैरोल मांगे जाने पर सवाल खड़े हो गए हैं.

इस पर दत्त ने कहा, “मैं कोई विशेष राहत नहीं चाहता. मैंने पांच महीने पहले रिहाई के लिए आवेदन दिया था, जिसे मंजूरी मिल गई. सहयोग के लिए आप सभी का शुक्रिया.”

संजय दत्त को यह जानकारी है कि उनके फिल्मकार मित्र राजकुमार हिरानी उनपर एक फिल्म बना रहे हैं, लेकिन उन्होंने कहा, “मुझे उसकी स्थिति की जानकारी नहीं है. मैं इस बारे में उनसे बात करूंगा.”

संजय ने कहा कि जेल में उन्होंने “10 स्क्रिप्ट तैयार की है और मैं उनपर जल्द ही काम शुरू करूंगा.”

मुंबई में 12 मार्च, 1993 को हुए श्रृंखलाबद्ध बम विस्फोटों से पूर्व अवैध रूप से एके-56 रायफल रखने और उसे नष्ट करने के लिए संजय दत्त को दोषी पाया गया था.

सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद दत्त ने 16 मई, 2013 को समर्पण कर दिया था और उन्हे उच्च सुरक्षा वाले यरवदा केंद्रीय कारागार भेज दिया गया था, जहां उन्हें सजा के बाकी बचे 42 महीने काटने हैं.

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