छत्तीसगढ़राजनांदगांव

सबकी चिंता है मुझे-रमन सिंह

रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा है कि छत्तीसगढ़ राज्य के आखिरी गांव और आखिरी घर तक लोगों को एहसास होना चाहिए कि उनके घर-परिवार की, उनके खेत-खलिहानों की, उनके गांव के रास्तों की, उनके दो वक्त के भोजन की, उनके बच्चों के स्कूल की और गांव के हर जरूरतमंद परिवार के इलाज की चिन्ता भी मुख्यमंत्री को है. लोगों को लगना चाहिए कि राज्य का मुखिया उनकी हर जरूरत का ख्याल रखता है.

रमन सिंह शुक्रवार को विकास यात्रा के दौरान डोंगरगांव में आयोजित एक जनसभा को सम्बोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि लगभग 42 लाख गरीब परिवारों के लिए एक रूपए और दो रूपए किलो में चावल और नि:शुल्क नमक वितरण सहित प्रदेश के सभी 56 लाख परिवारों के लिए स्वास्थ्य बीमा सुरक्षा जैसी योजनाएं राज्य सरकार ने बहुत सोच विचार कर और ठोक बजाकर बनायी है. इन योजनाओं को भविष्य में कोई भी सरकार बदल नहीं पाएगी.

मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा कि सड़क, पुलिया और स्कूल बन जाए, अस्पताल का भवन बन जाए, ये सब विकास के लिए जरूरी हैं, लेकिन जब तक आम जनता के जीवन में, हमारे किसानों और मजदूरों के जीवन में खुशहाली नहीं आएगी, उनके जीवन में जब तक परिवर्तन नहीं होगा, तब तक विकास सार्थक नहीं होगा. इसलिए राज्य सरकार ने तय किया है कि लोगों के जीवन में बदलाव लाया जाए. हमारी तमाम योजनाएं इसी उददेश्य से बनायी गयी हैं.

उन्होंने कहा कि देश का पहला खाद्य सुरक्षा कानून बनाकर छत्तीसगढ़ ने 42 लाख परिवारों को राशन कार्ड पर सस्ते अनाज और नि:शुल्क नमक प्राप्त करने का अधिकार दिया है. इनमें से नौ लाख परिवारों के राशन कार्ड उनके घर की महिलाओं के नाम से बनाए जा रहे हैं. अब नये राशन कार्ड परिवार की वयस्क महिला के नाम पर बनेंगे, क्योंकि वही परिवार की अन्नपूर्णा और लक्ष्मी होती है.

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